अमलतास अस्पताल के नाक, कान, गला विभाग में दुर्लभ बीमारी मैक्सिलरी साइनस की हड्डी के ट्यूमर — को दूरबीन विधि से, सफलतापूर्वक ऑपरेशन

इरफान अंसारी उज्जैन

अमलतास अस्पताल के नाक, कान, गला विभाग में दुर्लभ बीमारी मैक्सिलरी साइनस की हड्डी के ट्यूमर — को दूरबीन विधि से, सफलतापूर्वक ऑपरेशन |

अमलतास अस्पताल के नाक, कान, गला विभाग में जटिल एवं दुर्लभ ट्यूमर मैक्सिलरी साइनस फाइब्रस डिसप्लेसिया (हड्डी का ट्यूमर) निकाला गया | मरीज़ 48 वर्षीय महिला को पिछले 1 वर्ष से चेहरे के दाहिने गाल की हड्डी में एक गठान थी | गठान के दबाव के कारण आँख अन्दर दसने व छोटी होने की शिकायत होने लगी जिससे मरीज़ को दिखने की समस्या होने लगी साथ ही सूजन और दर्द की शिकायत बनी हुई थी। इन समस्याओं को लेकर मरीज़ ने कई चिकित्सकों से परामर्श लिया, जहाँ उसे चेहरे पर चीरा लगाकर ऑपरेशन कराने की सलाह दी गई, और ऑपरेशन की लागत लाखों रुपये बताई गई।

मरीज़ को अमलतास अस्पताल के बारे में जानकारी मिली और वह नाक, कान, गला विभाग में परामर्श हेतु आया। आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मरीज़ को भर्ती किया गया तथा निशुल्क सी.टी. स्कैन किया गया। सर्जरी दूरबीन विधि से, बिना चेहरे पर चीरा लगाए, सफलतापूर्वक की गई।

ऑपरेशन के बाद मरीज़ पूरी तरह स्वस्थ और चेहरे पर बिना किसी निशान के वे बेहद खुश है। चेहरे की बढ़ी हुई हड्डी सामान्य हुई है और आंखों की स्थिति में भी सुधार आया है और ऑपरेशन के दुरान खून बहने की समस्य भी कम हुई | यह ऑपरेशन तकनीकी रूप से बहुत ही चुनौतीपूर्ण था।

यह सर्जरी अमलतास अस्पताल की नाक, कान, गला विभाग की टीम — डॉ. अभय गुप्ता (विभागाध्यक्ष), डॉ. राहिल निधान, डॉ. अजय करकरे, डॉ. राजीव गुप्ता, डॉ. अंशुल शर्मा एवं डॉ. योगेश लोकश (दंत रोग विशेषज्ञ) — के कुशल नेतृत्व में सफलता पूर्वक सम्पन्न की गई।

अमलतास अस्पताल के चेयरमैन मयंक राज सिंह भदौरिया जी ने बताया की इस प्रकार की जटिल बीमारियों का समय पर इलाज बेहद आवश्यक है | उन्होंने यह भी कहा कि हमारा सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल आयुष्मान भारत योजना के तहत जरूरतमंद मरीजों को यह सुविधा नि:शुल्क प्रदान कर रहा है |

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