दूसरे व्यक्ति को अंतिम विदाई देने गये नगर के वरिष्ठ बुद्धिजीवी शिक्षक स्वयं चल बसे
तेंदूखेड़ा विधी के विधान के आगे किसी की नहीं चलती ।मानव जीवन एक बुलबुले के समान ही होता है।ऐसा ही एक विषय गुरुवार को तेंदूखेड़ा में देखनें मिला जहां नगर के वरिष्ठ बुद्धिजीवी शिक्षक सुदामा प्रसाद गुप्ता जो रोज की भांति अपनी दैनिक दिनचर्या से निवृत्त होकर नगर के ही प्रतिष्ठित मिश्रा परिवार पं पूनम मिश्रा नितिन मिश्रा की रिटायर्ड शिक्षिका एवं नगर परिषद तेंदूखेड़ा की पूर्व उपाध्यक्ष श्रीमती मनोरमा मिश्रा के निधन पर उन्हें अंतिम विदाई देने के लिए शव यात्रा में शामिल होकर अग्नि संस्कार के लिए शवदाह गृह के लिए जा रहे थे कि शवदाह स्थल की चंद कदम की दूरी पर अचानक गिर गये और वहीं पर अपने प्राण त्याग दिए। पास में ही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में ले गए लेकिन डाक्टरों ने देखकर उन्हें मृत घोषित कर दिया। सभी हतप्रभ रह गए।यह क्या हो गया। और सभी आश्चर्यचकित रह गए अभी तो साथ साथ चल रहे थे। शिक्षक सुदामा प्रसाद गुप्ता एक रिटायर्ड शिक्षक होने के साथ आध्यात्मिक बौद्धिक ज्ञान के साथ इतिहास के बारे में एक अच्छी जानकारी संजोकर रखते थे। यदि भूलवश किसी अखबार पुस्तक या किसी दूसरे व्यक्ति के द्वारा कोई गलत जानकारी छाप दी जाती थी तो उस पर प्रतिक्रिया के साथ सप्रमाण जानकारी स्वयं देने पहुंच जाते थे।सादगी पूर्ण जीवन शैली के साथ सुबह जल्दी उठकर घूमने जाने नगर की हर गतिविधियों की जानकारी रखना उनकी दिनचर्या में शामिल था।उनकी चार पुत्रियां हैं। जो शासकीय सेवाओं में संलग्न बनीं हुई है। गुप्ता मासाब के नाम से विख्यात सुदामा प्रसाद गुप्ता वरिष्ठ भाजपा नेता राजीव अग्रवाल के बड़े भाई थे। इन्हें आज शुक्रवार को शवदाह गृह में अंतिम विदाई दी जायेगी।
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