15 वर्ष से अधिक आयु के असाक्षरों को साक्षर करने के लिए राज्य शासन द्वारा माहती योजना चलाई जा रही है जिसमें अक्षर साथियों की सहायता से पढ़ने लिखने में अथवा संख्या ज्ञान की समझ नहीं रखने वाले असाक्षरों को किस प्रकार से चिन्हांकन करना है, साक्षरता पंजी का कैसे संधारण करना है, साथ ही 2011 की जनगणना के आधार पर ग्राम वार इलिटरेट रेशों (असाक्षरता दर)कितना है, इन सब बिंदुओं पर विस्तृत रूप से जानकारी विकासखंड उमरबन के खंड समन्वयक राजेश जायसवाल द्वारा संकुल स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण में बताई गई।
संकुल प्राचार्य किरण वास्केल द्वारा नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को व्यवस्थित तरीके से सम्पन्न करने की बात कही। साथ ही समस्त संस्था प्रधान जो की नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में नोडल के रूप में कार्य करेंगे प्रशिक्षण में उपस्थित थे।
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