प्रशासन की नाक के नीचे शहर में धड़ल्ले से चल रहा चावल का अवैध कारोबार

रवि चौरसिया

*प्रशासन की नाक के नीचे शहर में धड़ल्ले से चल रहा चावल का अवैध कारोबार*

गलंजबासोदा:– शहर में अनेक स्थलों पर चावल का अवैध कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है और प्रशासनिक अधिकारी मौन हैं सूत्रों की मानें तो यह चावल का गोरख धंधा मिलीभगत के आधार पर राजनैतिक संरक्षण से फल फूल रहा है पूर्व में प्रशासन ने शहर की एक दो गोदाम से बड़ी मात्रा में चावल का स्टॉक भी पकड़ा लेकिन कार्यवाही के बाद क्या हुआ पता नहीं लगा| ताजा मामले के अनुसार क्षेत्र के गंज के आगे एक बड़ी गोदाम में मीडिया को बड़ी मात्रा में चावल रखे होने की जानकारी लगी जिसके बाद मीडिया की टीम मौके पर पहुंची और गोदाम में बड़ी मात्रा में चावल रखे होने की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को भी दी लेकिन हद की बात यह है की करीब दो घंटे बीतने के बाद भी कोई प्रशासनिक अधिकारी जांच पड़ताल करने नहीं पहुंचा| अब ऐसे में पूरे मामले में क्या समझा जाए यह समझ से परे है | सूत्रों की मानें तो पूर्व में इसी चावल व्यापारी की गोदाम से पहले भी बड़ी मात्रा में चावल बरामद हुआ था | उस समय आधी रात तक एसडीएम विजय राय के नेतृत्व में प्रशासन के आला अधिकारी कार्यवाही करते रहे थे लेकिन बात गई आई हो गई अब भी सूचना थी की बड़ी मात्रा में स्टॉक है अब अगर जांच में लापरवाही के बाद अगर व्यापारी चावल का स्टॉक रातों रात गायब कर दे तो जिम्मेदार कौन होगा| एक तरफ सरकार देश के 80 करोड़ लोगों को काम मूल्य पर फ्री अनाज की बात कर रही है दूसरी तरफ यहां चावल की कालाबाजारी खुले आम मिलीभगत से चल रही है अब इस मिलीभगत का जिम्मेदार कौन है|

*गोदाम का निर्माण भी है अवैध–*

जानकारी के अनुसार अवैध कारोबार के लिए जिस गोदाम का निर्माण किया गया है वह मापदंडों के आधार पर अवैध है जिस नक्शे के आधार पर अनुमति ली गई है उसके आधार पर निर्माण नहीं किया गया नाही गोदाम में सुरक्षा के कोई इंतजाम किए गए हैं अचरज की बात यह है की गोदाम इतनी विशालकाय है की इस में दो–दो ट्राला एक साथ समा जाते हैं इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं की यह कारोबार कितने बड़े स्तर पर किया जा रहा है अगर कारोबार वैध रूप से किया जा रहा है तो इसे छिपा कर करने की क्या आवश्यकता है इससे पता लगता है की दाल में कुछ काला है या फिर पूरी दाल ही काली है l साथ ही व्यापारी ने मुख्य सड़क पर एक बड़ा टीन सेड बना रखा है जबकि नियम अनुसार मुख्य सड़क से 60 फिट छोड़कर निर्माण होना चाहिए जो की दुर्घटना का केंद्र बना हुआ है अब यह निर्माण सड़क के किनारे किसकी अनुमति से हुआ है यह समझ से परे है लेकिन आज तक किसी अधिकारी ने इस व्यापारी पर बड़ी कार्यवाही नहीं की है अब देखना है की नवीन सरकार के गठन के बाद क्या इस अवैध कारोबार पर लगाम लग पाएगी क्या कोई बड़ी ठोस कार्यवाही सुनिश्चित होगी या फिर वही मिलीभगत का खेल चलता रहेगा|

पूरे मामले की जानकारी देने के जिले के जिलाधीश उमाशंकर भार्गव को फोन लगाया तो उन्होंने कहा की में मीटिंग में व्यस्त हूं थोड़ी देर से बात करता हूं फिर जब बाद में उन्हें फोन लगाया तब उनका फोन रिसीव नहीं हुआ|

इनका कहना है

मैं अभी नया आया हूं ,पंचायत स्वम एक एजेंसी होती है, अब उन्होंने क्या अनुमति दी है और क्या निर्माण हुआ है यह उनसे ही पूछ कर बता पाऊंगा|

भगवान सिंह राजपुत

मुख्य कार्य पालन अधिकारी, जनपद पंचायत गंजबासोदा

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हमने भवन निर्माण की जो अनुमति दी है वह भूमि स्वामी के प्लाट पर दी है अब कितनी अनुमति दी है और कितने पर निर्माण हुआ है यह तो दस्तावेज में देख कर बता पाऊंगा|

शरद गौड़

रोजगार सहायक

ग्राम पंचायत गंजबासोदा

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