जैनेश्वरी दीक्षा समारोह : वैराग्य के पथ पर अग्रसर संघस्थ ब्रह्मचारी विपुल भैया की होगी ऐलक दीक्षा
*त्रिमूर्ति मंदिर पर 25 व 26 नवंबर को होगा दो दिवसीय आयोजन, मुनि सागर जी प्रदान करेंगे दीक्षा*
सुसनेर। नगर के त्रिमूर्ति दिगम्बर जैन तीर्थ क्षेत्र पर आगामी 25 व 26 नवम्बर को जैनेश्वरी दीक्षा समारोह का आयोजन सकल जैन समाज के तत्वावधान में सन्मति जिन चैत्यालय एवं ज्ञान मन्दिर निर्माण समिति के द्वारा होने वाला है। जिसमें समाधिस्थ मुनि श्री भूतबलि सागर जी महाराज के संघस्थ ब्रह्मचारी विपुल भैया को संघ के मुनि श्री मुनि सागर जी महाराज ऐलक दीक्षा प्रदान करेंगे। संघ में 6 वर्ष की साधना के बाद अब विपुल भैया ऐलक बनकर साधु चर्या का पालन करेंगे। त्रिमूर्ति ट्रस्ट के अध्यक्ष अशोक जैन मामा ने बताया कि समाधिस्थ आचार्य श्री विद्यासागर जी व गणाचार्य विराग सागर जी महामुनिराज की प्रेरणा एवं आचार्य श्री समयसागर जी व पट्टाचार्य श्री विशुद्ध सागर जी महामुनिराज, समाधिस्थ मुनि श्री भूतबलि सागर जी, श्री ब्रह्मानन्द सागर जी, श्री दर्शन सागर जी, श्री मौन सागर जी के आशीर्वाद व गणधर मुनि श्री विवर्धन सागर जी, प्रवर्तक मुनि श्री विश्वनायक सागर जी व मुनि श्री मुक्ति सागर जी के सानिध्य में त्रिमूर्ति मन्दिर परिसर में दो दिवसीय जैनेश्वरी दीक्षा समारोह का आयोजन होने जा रहा है। आयोजन के पहले दिन 25 नवंबर को सुबह 7 बजे से ब्रह्मचारी मंजुला दीदी व विधानाचार्य मुकेश जैन शास्त्री के निर्देशन में संगीतकार हरीश गंधर्व एंड पार्टी के भजनों के साथ संगीतमय गणधर विलय विधान का पूजन होगा। 26 नवम्बर को दोपहर 1 बजे मुनि श्री मुनि सागर जी द्वारा दीक्षार्थी विपुल भैया को ऐलक दीक्षा प्रदान की जाएगी। इस अवसर पर बड़ी संख्या में नगर सहित अन्य शहरों के जैन धर्मावलंबी शामिल होंगें। उक्त जानकारी त्रिमूर्ति मन्दिर ट्रस्ट के मीडिया प्रभारी दीपक जैन ने दी।
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