विवेकानंद शासकीय महाविद्यालय सुसनेर में स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन,मध्य प्रदेश सरकार द्वारा 12,जनवरी 2025 को लॉन्च किया गया।
मिशन के लक्ष्य और उद्देश्यों के साथ-साथ वर्टिकल और सब वर्टिकल के बारे में प्रचार प्रसार किया जाना है इसी संबंध में 7, फरवरी 2025 को महाविद्यालय के छात्र – छात्राओं तथा शिक्षकों को विवेकानंद युवा शक्ति मिशन के संबंध में पी पी टी के माध्यम से सर्वप्रथम माननीय प्रधानमंत्री जी के ध्येय वाक्य – ज्ञान पर ध्यान से शुरुआत करते हुए मिशन की विस्तृत जानकरी। उन्होंने कहा,कि भारत एक युवा राष्ट्र है,हमारे देश में 15 से 29 वर्ष के युवाओं की संख्या कुल आबादी के 27.3 प्रतिशत है। युवाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने और उनकी ऊर्जा को रचनात्मक दिशा देने के लिए युवा शक्ति मिशन का गठन किया गया है। विकास और सशक्तिकरण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण,गुणवत्तापूर्ण शिक्षा कौशल प्रदान करना एवं रोजगार हेतु तैयार करना, मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के माध्यम से युवा कल्याण को बढ़ावा देना, अर्थव्यवस्था में सभी को सम्मानजनक स्थान देना, युवाओं की समझ में सक्रिय एवं सकारात्मक भागीदारी,खेल संस्कृति और पर्यावरण के क्षेत्र में युवाओं की भागीदारी बढ़ाना,लक्ष्य- समूह 15 से 29 वर्ष के युवा ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के युवा : -विशेषतः महिलाएं,दिव्यांग युवा,किसान आर्थिक सामाजिक रूप से कमजोर वर्ग प्रत्येक व्यक्ति के आय का स्तर कम से कम कुशल न्यूनतम दर के बराबर होना।
युवाओं के साथ संवाद, युवाओं के लिए शासन द्वारा की गई विभिन्न पहल और कार्यों पर चर्चा,सक्रिय कैरियर परामर्श,कर्म का महत्व,युवाओं के मध्य शिक्षा कौशल विकास में विचार को बढ़ावा देना,युवाओं में नेतृत्व की क्षमता बढ़ाना,सामाजिक योगदान हेतु संकल्प,शिक्षा की गुणवत्ता सुधार एकलव्य एवं कन्या मॉडल स्कूल पीएम कॉलेज ऑफ़ एक्सीलेंस,सी एम राइज स्कूल,अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा,तकनीकी का अधिक से अधिक उपयोग,वैश्विक प्रतिस्पर्धा के मानकों के अनुसार क्षमता का विकास करना,उद्योगों और उद्योग से जुड़ी प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना,प्रत्येक संभाग के मुख्यालय पर कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना, उद्यमिता एवं रोजगार के तहत हर्ष,हुनर और दक्ष योजना, सामाजिक पहल- स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देना,मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार,नशे से युवाओं को दूर रखना,सामाजिक बुराइयों के खिलाफ युवाओं को शिक्षित करना,राष्ट्र और राज्य के गौरवशाली इतिहास एवं संस्कृति से युवाओं को जोड़ना,एनसीसी,एनएसएस में युवाओं का जुड़ाव,पर्यावरण संरक्षण, पारंपरिक कौशल को प्रोत्साहित करने के लिए सामाजिक उत्तरदायित्व फंड का कौशल विकास के लिए उपयोग करना,खेलों के माध्यम से नेतृत्व,टीमवर्क और अनुशासन को प्रोत्साहित करना आदि की जानकारी से अवगत कराया।तत्पश्चात वीडियो दिखाया गया।इस अवसर पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के साथ समस्त प्राध्यापक गण उपस्थित रहे। जानकारी एन एस एस कार्यक्रम अधिकारी राजकमल नर्गेश ने दी।
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