पत्थर के नंदी की बजाय वास्तविक नंदी की पूजा करनी चाहिए – स्वामी गोपालानंद सरस्वती

राजेश माली सुसनेर

पत्थर के नंदी की बजाय वास्तविक नंदी की पूजा करनी चाहिए – स्वामी गोपालानंद सरस्वती

सुसनेर। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन संवत 2081 से घोषित “गोवंश रक्षा वर्ष” के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर मध्यप्रदेश शासन द्वारा स्थापित एवं श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा द्वारा संचालित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य मालवा में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 286 वें दिवस पर स्वामी गोपालानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि रावण महान शिव भक्त था लेकिन शिव जी की पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं कर पाया क्योंकि शिव जी की पूजा से पहले स्नान विधि का उसने प्रमादवश पालन नहीं किया ।

स्वामीजी ने आगे कहां कि नन्दी स्वयं धर्म का रूप है धर्म पुराण में यह बात लिखी है ।

हर किसान, हर सनातनी, हर हिन्दू के घर में एक नंदी रहना ही चाहिए और शिव जी की पूजा से पहले नंदी बाबा की पूजा आवश्यक है ,

मंदिर में पत्थर के नंदी की अपेक्षा वास्तविक नंदी की पूजा करनी चाहिए

हमारे धर्म ग्रन्थ कहते है की किसी व्यक्ति को शिव पूजा का पूरा लाभ प्राप्त

करना हो तो उसे नंदी पूजा का विधिवत पालन करना चाहिए ।

पुराणो में स्पस्ट लिखा है की 10 जोमाता की सेवा करो या 1 नंदी की सेवा करो फल बराबर मिलता है,नन्दीबाबा शिव भगवान जी के प्रत्येक मंदिर में विराजमान रहते है इसी बात से हमें नंदी बाबा की महत्वता सिद्ध होती है

साक्षात् नंदी की सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है तभी शिव भगवान प्रसन्न होंगे

जीवन में साक्षात् नंदी सेवा नहीं है तो शिव जी की कृपा नहीं हो सकती |

नंदी बाबा के गोबर से स्नान करके शिवालय में जाकर पूजा करने से अधिक लाभ मिलता है|

लिंग पुराण में इस बात का पूर्ण उल्लेख मिलता है ।

*एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 286 वें दिवस पर अरुण कुमार त्रिवेदी BRC नलखेड़ा,दुर्गा प्रसाद सोनी नलखेड़ा, शंकर लाल विश्वकर्मा झारडा उज्जैन ,नारायण सिंह खेड़ला उज्जैन आदि अतिथि उपस्थित रहें”

*पूज्य पथमेड़ा महाराज जी एवं ग्वाल सन्त पूज्य गोपालानंद सरस्वती जी महाराज के आशीर्वाद एवं साध्वी आराधना गोपाल सरस्वती दीदी की प्रेरणा से राजस्थान के बाड़मेर जिले की तहसील चौहटन, धनाऊ सेड़वा, मेन हाईवे पर चामुंडा माता मंदिर के पास गौ-चिकित्सालय “””श्री विश्वकर्मा महादेव गोपाल गौ चिकित्सालय, धनाऊ बनने जा रहा है उसके लिए चार बीघा भूमि गौसेवक छगनलाल पुत्र‌ श्री दुर्गाराम जी बाखासर(बाड़मेर) ने दान की

*ग्वाल शक्ति सेना में 5 हजार पूर्ण गोव्रती कार्यकर्ताओं की श्रृंखला में ग्वाल शक्ति सेना

नागौर जिले की जायल तहसील प्रभारी श्याम सुंदर,बड़ी सादड़ी विनायका पंचायत प्रभारी राजकुमार पुष्करणा ,हरियाणा के कैथल संयोजक कुलविंद्र कुमार संयोजक एवं फतेहपुर के रजत शर्मा की नियुक्ति की उद्घोषणा हुई*

*286 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश से*  

एक वर्षीय गोकृपा कथा के 286 वें दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश के राजगढ़ जिले गागोरनी से सरपंच महेश राव,घनश्याम बैरागी, गोवर्धन मालाकार, भवानी शंकर कुंभकार सहित ग्राम के पंच पटेलो ने अपने सम्पूर्ण ग्राम की और से एवं आगर मालवा जिले की बडौद तहसील के डाबला खास से रघुनाथ सिंह,तंवर, कालू सिंह,डॉक्टर बहादुर सिंह, करण सिंह,कुंवर श्याम सिंह,नेपाल सिंह,सुरे सिंह, पंडित योगेश शर्मा,कालू सिंह,शंभु एवं चेन सिंह ने अपने ग्राम के युवा एवं मातृशक्ति के साथ सम्पूर्ण विश्व के जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ भगवती गोमाता के लिए चुनरी लेकर पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाई एवं गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन करके यज्ञशाला की परिक्रमा एवं गोष्ठ में गोसेवा करके सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।

चित्र 1 : गोकथा सुनाते स्वामी गोपालानंद सरस्वती।

चित्र 2 : गोकथा में उपस्थित गौभक्त।

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