सुसनेर। नवरात्रि के अंतिम दिनो में देवी एवं अन्य मंदिरों सहित भक्तों ने अपने घर पर कन्या भोज का आयोजन किया इस दौरान विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना के बाद कन्याओं को भोजन कराया गया और उनसे आर्शीवाद भी लिया। वहीं मान्यता है कि नवरात्र के अंतिम दिन माता स्वरूपा कन्याओं की पूजा-अर्चना कर उन्हें भोजन कराने से भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जिसके चलते गुरुवार को घर-घर में माता के भक्तों ने कन्या भोज का आयोजन किया था। साथ ही देवी मंदिरों में महाभंडारा का आयोजन किया गया था। इसी कड़ी में स्थानीय न्यायालय परिसर में स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर समिति के सदस्यों द्वारा भी कन्यापूजन एवं कन्याभोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर पूर्व विधायक राणा विक्रमसिंह, भाजपा महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष आभा अरोड़ा चोपड़ा, नगर परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी राहुल सिसोदिया, भाजपा महिला मोर्चा मण्डल अध्यक्ष आशा विष्णु भावसार, भाजपा महिला मोर्चा जिला महामंत्री साक्षी सकलेचा, नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि राहुल सिसोदिया, पार्षद राणा जयदीपसिंह, डाक्टर गजानंद शर्मा सहित मन्दिर समिति के सदस्य राणा अनुरुद्धसिंह, एडवोकेट राणा चितरंजनसिंह, एडीपी मुकेश चौधरी, एडवोकेट दीपक सक्सेना, ललित पांडे, मनोज जैन, देवेंद्र कटारिया ने कन्याओं पूजन कर कन्याभोज कराया।
गौरतलब हो कि नवरात्र में शहर सहित अंचल के देवी मंदिरों में कन्याभोज व महाभंडारे का आयोजन किया गया था।
*क्यों होता है कन्या पूजन*
मान्यता है कि हिंदू धर्म में छोटी बच्चियों को देवी दुर्गा का अवतार माना जाता है। दुर्गा अष्टमी व महा नवमी पर उनकी पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार भगवान से प्रार्थना करने की तुलना में कन्याओं से करने पर शीघ्र मनोकामनाएं पूर्ण होती है। जिससे संसार में बच्चों को सबसे शुद्ध रूप माना गया है। इस लिए शुद्ध आत्मा के रूप में कन्या पूजा की जाती हैं।
चित्र : सुसनेर में कन्यापूजन करते पूर्व विधायक राणा विक्रमसिंह, जिलाध्यक्ष आभा चोपड़ा एवं अन्य।
Leave a Reply