भगवान का अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन के साथ मण्डल विधान की संगीतमय पूजन कर सिद्ध भगवान की आराधना ,सिद्धचक्र मण्डल विधान में चौथे दिवस किए सिद्ध भगवान के 64 गुणो के अर्घ्य समर्पित

राजेश माली सुसनेर

भगवान का अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन के साथ मण्डल विधान की संगीतमय पूजन कर सिद्ध भगवान की आराधना ,सिद्धचक्र मण्डल विधान में चौथे दिवस किए सिद्ध भगवान के 64 गुणो के अर्घ्य समर्पित

सुसनेर। अष्टान्हिका महापर्व में क्षेत्र के जैन मंदिरों में धार्मिक अनुष्ठान जारी है। इस दौरान नगर के त्रिमूर्ति दिगम्बर जैन मंदिर व तहसील के ग्राम मोड़ी स्थित श्री चंद्रप्रभु दिगम्बर जैन मंदिर में सकल दिगम्बर जैन समाज के द्वारा आठ दिवसीय सिद्धचक्र मंडल विधान का आयोजन किया जा रहा है। मोड़ी में पंडित मुकेश जैन शास्त्री व सुसनेर में पंडित खुमान सिंह जैन उज्जैन के मार्गदर्शन में इंद्र इंद्राणी बने समाजजनो द्वारा जिनेंद्र भगवान की अराधना की जा रही है। आयोजन के चौथे दिवस शनिवार को मण्डल विधान में 64 अर्घ्य समर्पित किए गए। समाज के आशीष जैन अध्यापक ने बताया कि 13 जुलाई से प्रारम्भ हुए सिद्ध चक्र मंडल विधान में प्रतिदिन भगवान का अभिषेक, शांतिधारा, नित्य नियम पूजन के साथ मण्डल विधान की संगीतमय पूजन कर सिद्ध भगवान की आराधना की जा रही है। चौथे दिवस शनिवार को लाभार्थी नितिन जैन, विपिन जैन व अशोक कुमार के द्वारा जिनेंद्र भगवान की शान्ति धारा की गई। द्वीप प्रज्वलन सुरेश कुमार, राजेंद्र कुमार, आदिश कुमार, अंकित कुमार जैन ने किया। पंडित मुकेश जैन ने  विधान का महत्व बताते हुए कहा कि इस विधान से मनुष्य के जीवन की समस्त बाँधाए, रोग, शोक सब दूर हो जाते है ये विधान पूरे ब्रह्मांड में शांति लाता है। आयोजन में प्रतिदिन शाम को ग्राम में ढोल बाजे के साथ आरती का भ्रमण कर मंगल आरती की जा रही है। शनिवार को लाभार्थी अशोक कुमार, सुरेश कुमार, राजेंद्र कुमार, सूरजमल, नितिन कुमार व विपिन कुमार परिवार की ओर से की गई। शाम को शास्त्र प्रवचन, मंगल आरती व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी हो रहा है। जिसमें संगीतकार हरीश एंड पार्टी पिड़ावा के द्वारा प्रस्तुत भजनों पर समाजजन नृत्य कर भगवान की भक्ति कर रहे है। समापन 22  जुलाई को विश्व शांति महायज्ञ व चल समारोह के साथ होगा। समापन पर लाभार्थी रमेशचन्द्र अमोलक चन्द्र जैन परिवार की ओर से समाज का सहभोज होगा।

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