देश के हर टोल के पास एक गो चिकित्सालय स्थापित हो – स्वामी गोपालानंद सरस्वती

राजेश माली सुसनेर की खबर

देश के हर टोल के पास एक गो चिकित्सालय स्थापित हो – स्वामी गोपालानंद सरस्वती

सुसनेर। मध्यप्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन जी यादव द्वारा मध्य प्रदेश के निराश्रित गोवंश के संरक्षण हेतु सम्पूर्ण मध्यप्रदेश में भारतीय नूतन वर्ष 2081 से घोषित गो रक्षा वर्ष के तहत जनपद पंचायत सुसनेर की समीपस्थ ग्राम पंचायत ननोरा, श्यामपुरा, सेमली व सालरिया ग्राम पंचायत की सीमा पर स्थित विश्व के प्रथम श्री कामधेनु गो अभयारण्य में चल रहें एक वर्षीय वेदलक्षणा गो आराधना महामहोत्सव के 77 वें दिवस पर गोकथा में पधारे श्रोताओं को ग्वालसन्त गोपालानन्द सरस्वती महाराज ने कहां कि एक वर्षीय गो कृपा कथा में किसी न किसी महापुरुष का जन्मदिवस अथवा निर्वाण दिवस के बारे में चर्चा करते है। उसी श्रृंखला में आज ॐ जय जगदीश हरे की रचना करने वाले पंडित श्रद्धारामजी का निर्वाण दिवस है। श्रद्धारामजी ने अंग्रेजों के काल में यह रचना की थी।

जब वे सनातन पर भाषण देते थे तो अंग्रेज शासक भयभीत हो जाते थे उनकी बढ़ती प्रसिद्धि एवं राष्ट्रप्रेम के ज्वार के कारण अंग्रेजो ने उनपर युवाओं को भड़काने का आरोप लगाकर उनका ग्राम में प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया था। उसी प्रकार आजादी के लिए अपने जीवन को भारत माता के चरणो में समर्पित करने वाले दामोदर हरि चापेकर का आज जन्मदिवस है, जो मातृभूमि के रक्षा के लिए फांसी के फंदे पर चढ़े थे इसी प्रकार आज ही के दिन मध्यप्रदेश में जन्मी चंदेलो की बेटी व गोडवानो की रानी दुर्गावती का निर्वाण दिवस है जिन्होंने झांसी की रानी की तरह राष्ट्र रक्षार्थ मुगलों से संघर्ष किया था ऐसी विरांगना को शत शत नमन।

स्वामीजी ने आगे बताया कि गोमाता को चराने एवं उसको सरोवर का शुद्ध जल पिलाने मात्र से प्राणी को स्वर्ग की प्राप्ति होती है। गायमाता के सहलाने एवं खुजलाने मात्र से मनुष्य के सारे पाप नष्ट हो जाते है और उसे 100 गाय के दान का फल मिलता है। अर्थात गाय के स्पर्श से मानव के सारे पाप नष्ट हो जाते है,जिसका वराह पुराण में उल्लेख है।

स्वामीजी ने बताया है कि इस दुनियां में भौतिक आंखों से कोई प्रेम करने का कोई साधन है,तो वह है गोमाता। इसलिए प्रेम चाहते है तो गो से प्रेम कीजिए क्योंकि गो के संग से जीवन में प्रेम बढ़ता है और गो से प्रेम बढ़ेगा तो कृष्ण से प्रेम बढ़ेगा जिसका विष्णु धर्मोत्तर पुराण में स्पष्ट उल्लेख है कि गाय माता की सेवा करने वाला ही भगवान की भाव से पूजा कर सकता है।

 स्वामीजी ने आगे बताया कि सरकार जिस प्रकार वाहन खरीद पर रोड टैक्स एवं सड़क से गुजरने पर टोल टैक्स लेती है। उसी प्रकार देश के हर टोल पर एक गो चिकित्सालय एवं एक गो एम्बुलेंस अनिवार्य करनी चाहिए ताकि सड़क से दुर्घटनाग्रस्त बेजुबान गोवंश का शीघ्र उपचार हो सकें। इसके लिए श्रीगोधाम महातीर्थ पथमेड़ा भारत सरकार सहित सम्पूर्ण प्रदेश सरकारों से इस सम्बन्ध में बात कर इसे शीघ्र स्थापित करने की मांग करेगा।

 77 वे दिवस पर चुनरी यात्रा मध्यप्रदेश की सुसनेर तहसील क्षेत्र से-

 एक वर्षीय गोकृपा कथा के 77 वें दिवस पर मध्यप्रदेश की सुसनेर तहसील के जेतपुरा से नरवरसिंह, रामसिंह, रागुसिंह, प्रेमसिंह, देवीसिंह, सुजानसिंह, चतरसिंह, गोविन्दसिंह जमाई, गिरवरसिंह, दुलेसिंह, हेमन्तसिंह, नारसिंह, गणपतसिंह, तोफानसिंह, बलवंतसिंह, रणजीतसिंह एवं दशरथसिंह के नेतृत्व में युवा,वृद्ध एवं मातृशक्ति ग्राम की कुशहाली एवं जन कल्याण के लिए गाजे बाजे के साथ गो अभयारण्य पधारे और कथा मंच पर विराजित भगवती गोमाता को चुनरी ओढ़ाकर ,गोमाता का पूजन कर स्वामी गोपालानंद सरस्वती महाराज से आशीर्वाद लिया और अंत में सभी ने गो पूजन, गो पुष्टि यज्ञ करके यज्ञशाला की परिक्रमा कर उसके बाद सभी ने गोव्रती महाप्रसाद ग्रहण किया।

About Author

Categories: ,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!