तेंदूखेड़ा गुरुवार को ग्राम डोभी में विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस अवसर पर न्यायिक मजिस्ट्रेट माननीय अरविंद मीणा ने आजादी का अमृत महोत्सव के तहत विधिक साक्षरता एवं जागरूकता शिविर में न्यायिक मजिस्ट्रेट ने कहा कि महिलाओं बच्चों गरीबों व कमजोर वर्ग के व्यक्तियों के लिए निशुल्क विधिक सहायता व सलाह का अधिकार प्रदान किया गया है। भारत के संविधान में जीवन या व्यक्तिगत स्वतंत्रता के संबंध में विधि द्वारा स्थापित प्रक्रिया अपनाकर ही कार्रवाई का अधिकार है। इस अधिकार के तहत गरीब तबके के लोगों को गिरफ्तारी की दशा में अपनी पसंद के अधिवक्ता से सलाह प्राप्त करना गिरफ्तारी के 24 घंटे में मजिस्ट्रेट के समक्ष प्रस्तुत करने का प्रावधान है। उन्होंने बताया कि महिलाएं व 18 साल तक के बच्चे अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग जातीय हिसा बाढ भूकंप पीडित व्यक्ति मानव तस्करी से आहत शोषण या बेगार से पीडित औद्योगिक कामगार मानसिक रूप से अक्षम या दिव्यांग मुफ्त विधिक सहायता के हकदार हैं। ऐसे लोगों को सरकार अपने खर्च पर अधिवक्ता की सेवाएं उपलब्ध कराती है। इस अवसर पर
संरपच प्रतिनिधि एवं सहित ग्रामीण जन बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
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संवाददाता विपिन पटेल तेंदूखेड़ा
*हाड़ कांपने वाली ठंड*
*आम जनजीवन हुआ प्रभावित*
तेंदूखेड़ा मौसम के बदलाव के चलते वुधवार से ठंड कुछ ज्यादा ही बढ़ गई है।इसके चलते ग्रामीण क्षेत्रों में लोग ठंड से बचने के लिए आग का सहारा लेते नजर आ रहे हैं। सर्दी ज्यादा होने से लोग दिनभर गर्म कपड़ों में नजर आ रहे हैं।वहीं शाम होते ही लोग अपने काम जल्दी समाप्त कर घरों पर जा रहे हैं।
शाम को बाजार मे नजर आने वाली चहल पहल भी रात आठ बजे ही कम हो जाती है। लोग सर्दी के चलते जल्दी ही रजाईयों में दुबकने लगे हैं। क्षेत्र एवं आसपास के समूचे क्षेत्र में इस समय कड़ाके की सर्दी का खासा असर होने से सामान्य जनजीवन प्रभावित होकर लोगों की दिनचर्या बदल गई है। क्षेत्र में विगत तीन-चार दिनों से सर्दी के तेवर तीखे होने तथा शीतलहर का व्यापक कोहरे के असर होने से इस समय पड़ रही कड़ाके की सर्दी से बचाव के लिए लोग दिन भर ऊनी व गर्म लबादों में लदे रह कर दिन में धूप सेंक कर व अलाव जला कर सर्दी से बचाव के उपाय कर रहे है ।तथा पड़ रही तेज सर्दी के कारण लोगों की दिन चर्चाएं भी बदल गई है। शाम के समय बाजार जल्दी बन्द हो जाते है तथा लोग अपने घरों में दुबक कर सुबह देरी उठते है तथा बाजार देरी से खुलते है। सर्दी के कारण लोगों का खान पान भी बदल गया है।
अचानक तेज ठंड बढऩे से लोगो के स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है। वहीं निराश्रित मवेशियों की भी बुरी स्थिति बनीं हुई है।
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