दुखी परिवार की सहायता करने में मिलती है मन को शांति, प्राप्त होता है पुण्य। पीएम रिपोर्ट एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में भी समाजसेवियों ने किया मृतक की पत्नी का सहयोग

शेख आसिफ खंडवा

दुखी परिवार की सहायता करने में मिलती है मन को शांति, प्राप्त होता है पुण्य। पीएम रिपोर्ट एवं मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने में भी समाजसेवियों ने किया मृतक की पत्नी का सहयोग।

खंडवा। विगत दीनों एक दुखद घटना यूपी के गोरखपुर बस्ती जिले में रहने वाले आशीष धारिया के साथ गठित हो गई जो अपनी पत्नी बबली अपनी 14 वर्षीय पुत्री एवं 12 वर्षीय पुत्र के साथ गोरखपुर से कामकाज के सिलसिले में मुंबई जा रहे थे। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि रात्रि में खंडवा स्टेशन पर आशीष धारिया अपने बच्चों पत्नी के लिए भोजन लेने खंडवा प्लेटफार्म पर उतरे भोजन लेकर बच्चों को दिया तभी उन्हें ट्रेन में ही चक्कर आ गए और वह गिर पड़े तत्काल रेलवे पुलिस एवं संबंधित डॉक्टर द्वारा उन्हें खंडवा स्टेशन पर उतार कर जिला अस्पताल इलाज हेतु भेजा गया लेकिन ईश्वर को कुछ और ही मंजूर था और उनका निधन हो गया। स्वर्गीय आशीष धारिया उनकी पत्नी बबली एवं पुत्र पुत्री का रो रो कर बुरा हाल हो गया क्योंकि परिवार का मुखिया ही साथ छोड़ गया।लेकिन इस दादा जी की नगरी में ऐसे संकट के समय दादाजी ने स्वयं सेवाधारी को भेज देते हैं और पूरे 24 घंटे तक समाजसेवी ने अपने-अपने तरीके से उनकी सेवा की। सुनील जैन ने बताया कि सोमवार सुबह स्वर्गीय आशीष धारिया का पोस्टमार्टम 1:00 बजे हुआ परिजनों एवं उपस्थित परिवार द्वारा कहा गया कि हमारी स्थिति शव को गोरखपुर ले जाने की नहीं है अतः उनका अंतिम संस्कार खंडवा में ही कर दिया जाए खंडवा के समाज सेवीयों ने जैसा उन्होंने कहा राजा हरिश्चंद्र मुक्तिधाम के पास स्वर्गीय आशीष धारिया का अंतिम संस्कार उनके परिजनों की उपस्थिति में किया गया। साथ ही समाज सेवीयो द्वारा जो भी सहयोग आर्थिक रूप से करना था परिवार को किया। अंतिम संस्कार के बाद पूरे परिवार को लगभग रात्रि में गोदाम एक्सप्रेस से गोरखपुर के लिए रवाना किया था। समाजसेवी सुनील जैैन ने बताया कि एक माह के पश्चात बबली अपने पिता के साथ बुधवार को खंडवा पहुंची और अपने स्वर्गीय पति आशीष की पीएम रिपोर्ट रेलवे पुलिस द्वारा प्राप्त की साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए उन्होंने सुनील जैन से संपर्क किया। बुधवार रात्रि में पार्वती जी धर्मशाला के प्रबंधक मालवीय जी मालवीय द्वारा उन्हे धर्मशाला में ठहराया गया। गुरुवार को मृत्यु प्रमाण पत्र के सभी कागजात नगर निगम में जमा करवाने के पश्चात उन्हे गोरखपुर के लिए रवाना किया। सुनील जैन ने बताया कि पीड़ित और दुखी परिवार की सेवा एवं सहयोग करने से मन को शांति मिलती है एवं कहीं ना कहीं पुण्य की की प्राप्ति भी होती है।स्वर्गीय आशीष धारिया के दाह संस्कार के साथ पीएम रिपोर्ट एवं मृत्यु प्रमाण बनवाने में दिए गए सहयोग के लिए बबली एवं उसके पिता ने खंडवा रेलवे पुलिस सुनील जैन मीडिया के साथ ही सहयोगियों को धन्यवाद दिया।

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