‘श्याम धाम’ स्थापित , 5 दिनों में उमड़ा 5 लाख भक्तों का जनसैलाब, महाभंडारे में 1 लाख लोगों ने पाया पुण्य
धरगांव में हुए पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का भव्य समापन , सांवलिया सेठ, खाटू श्याम और सालासर बालाजी की हुई स्थापना; जयघोषों से गूंजी पावन भूमि।
धरगांव ( राजेश पंवार ) पर्यटन नगरी महेश्वर व नर्मदा तट से लगी पावन भूमि धरगांव में श्री श्याम सांवरिया चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा आयोजित पांच दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव का रविवार को ‘जय श्री श्याम’ के जयघोषों के साथ भव्य और भक्तिमय समापन हो गया।
*इतिहास रच गया यह महोत्सव* 29 अक्टूबर से 2 नवंबर तक चले इस महायज्ञ और उत्सव के दौरान पाँच लाख से अधिक श्रद्धालुओं की आस्था का सैलाब उमड़ा। पूरे धरगांव को भक्ति और उत्सव के केंद्र में बदल देने वाले इस आयोजन की भव्यता ने इस क्षेत्र के धार्मिक इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।
*तीनों सरकारों का दिव्य संगम*
यह धाम आस्था का एक अद्भुत केंद्र बन गया है, जहाँ तीनों सरकारें— दाहिनी ओर सांवलिया सेठ जी, मध्य में बाबा खाटू श्याम जी, और बायीं ओर सालासर बालाजी महाराज— एक साथ विराजमान हैं।
*वैदिक विधि-विधान और विशाल व्यवस्था*
महोत्सव के शनिवार ग्यारस को आचार्यगणों के निर्देशन में वैदिक विधि-विधान से श्री खाटू श्याम जी की मूर्ति में प्राण प्रतिष्ठा की गई। यज्ञ मंडप में गूंजते वेद-मंत्र, शंखनाद और घंटा-घड़ियालों की मधुर ध्वनि से वातावरण आध्यात्मिक ऊर्जा से सराबोर रहा। भक्तों की भारी संख्या को देखते हुए, समिति द्वारा 70 एकड़ क्षेत्रफल में पंडाल, भोजनशाला और पार्किंग की विशाल व्यवस्था की गई थी, जिसने सफलतापूर्वक इतने बड़े जनसैलाब को संभाला।
*समापन पर हुआ महाप्रसादी भंडारा और रक्तदान शिविर*
प्राण प्रतिष्ठा की पूर्णाहुति के पश्चात आज रविवार को विशाल महाप्रसादी भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें एक लाख से अधिक श्रद्धालु शामिल हुए और प्रसाद ग्रहण किया। धामनोद, खरगोन, सनावद, बड़वाह व महेश्वर विधानसभा क्षेत्र के सैकड़ों गांवों से हजारों श्याम प्रेमी महाप्रसाद ग्रहण करने पहुँचे।
समिति द्वारा समाज सेवा की मिसाल पेश करते हुए एक रक्तदान शिविर भी लगाया गया, जिसमें 351 लोगों ने उत्साहपूर्वक रक्तदान किया।
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