मोहन शर्मा SJ न्यूज एमपी भोपाल
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भोपाल। सीएम राइज स्कूलों में पढ़ने वाले नौवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों की गणवेश (ड्रेस) की राशि सरकार नहीं देगी, बल्कि यह राशि अभिभावकों से ली जाएगी। आयुक्त लोक शिक्षण अनुभा श्रीवास्तव ने सीएम राइज स्कूलों के प्राचार्यों को निर्देश दिए हैं कि छात्र-छात्राओं को दो-दो जोड़ी ड्रेस दी जानी हैं, इसके लिए अभिभावकों से क्रमश: 1076 और 1530 रुपये लिए जाएं।हैरत की बात यह है इस राशि से ठेकेदारों से ड्रेस तैयार कराकर विद्यार्थियों को दी जाएगी। बता दें कि सरकार पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को निश्शुल्क गणवेश (ड्रेस) देती है।विद्यार्थियों की ड्रेस को लेकर निजी स्कूलों पर हमेशा सांठगांठ के आरोप लगते हैं। इन स्कूलों और ड्रेस विक्रेताओं में परस्पर एक अनुबंध होता है, जिस कारण बाजार में स्कूलों की ड्रेस काफी महंगी बेची जाती हैं। ऐसा ही कुछ सीएम राइज स्कूलों के विद्यार्थियों के साथ होने वाला है।
इन विद्यार्थियों को ड्रेस तो सस्ती मिल जाएगी, पर कपड़ा अच्छा नहीं मिलेगा। क्योंकि इतनी राशि में सरकारी मापदंड के अनुसार कपड़ा देना मुश्किल है। वहीं विभाग अभिभावकों से पैसे लेकर ड्रेस खरीदकर दे रहा है, इसे लेकर भी सवाल खड़े हो रहे हैं, क्योंकि ठेकेदार को ड्रेस की राशि भुगतान करने की व्यवस्था को केंद्रीयकृत कर दिया गया है।
यानी प्रदेश के सभी जिलों के सीएम राइज स्कूलों के प्राचार्य अभिभावकों से राशि लेकर आयुक्त लोक शिक्षण को भेजेंगे और वे ड्रेस लेकर ठेकेदार को राशि का भुगतान करेंगे। भुगतान की व्यवस्था को केंद्रीयकृत करने पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। हालांकि इनमें से बचने वाली राशि स्कूल ग्रांट से होने वाले कार्यों पर भी व्यय की जा सकेगी।
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