अमरपाटन राजस्व विभाग का अनोखा मामला मैहर जिला प्रशासन द्वारा तत्काल होगी कार्यवाही,पढ़े पूरी खबर विस्तार से
*भारतीय जनता पार्टी कि सरकार के राज में बिडहा अनैतिक व फर्जी दस्तावेज तैयार कर फर्जीवाड़े को दे रहा अंजाम*
मैहर जिले के अमरपाटन तहसील में नकल शाखा प्रभारी सुरेंद्र कुमार विड़हा पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं इन आरोपों में शपथ पत्र के लिए ₹500 की वसूली, प्रमाणित शपथ पत्र की नकल न देना, और फर्जी नोटरी की सील बनवाकर स्टाम्प का दुरुपयोग करना शामिल है. शिकायतकर्ता रामकिशोर तिवारी ने इस संबंध में कलेक्टर मैहर, कमिश्नर रीवा, और अनुविभागीय अधिकारी अमरपाटन को आवेदन दिए हैं, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. इसके अतिरिक्त, मैहर जिला कलेक्टर द्वारा तीन बार जवाब मांगने और स्मरण पत्र जारी करने के बाद भी तहसीलदार आर.डी. साकेत ने कोई जवाब नहीं दिया है.
इस मामले में निम्नलिखित कार्यवाही होनी चाहिए
*जांच व कार्यवाही इस प्रकार*
(1)उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन: कलेक्टर मैहर को तत्काल एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन करना चाहिए, जिसमें राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, विधि विशेषज्ञ, और यदि आवश्यक हो तो पुलिस विभाग के प्रतिनिधि भी शामिल हों समिति आरोपों की गंभीरता को देखते हुए एक समयबद्ध तरीके से जांच करे
(2) सुरेंद्र कुमार विड़हा का निलंबन आरोपों की गंभीरता को देखते हुए, जांच पूरी होने तक सुरेंद्र कुमार विड़हा को तत्काल प्रभाव से निलंबित किया जाना चाहिए. यह सुनिश्चित करेगा कि वे जांच को प्रभावित न कर सकें और अन्य कर्मचारियों के बीच एक स्पष्ट संदेश जाए
(3) तहसीलदार आर.डी. साकेत द्वारा जिला कलेक्टर के निर्देशों का पालन न करने और बार-बार जवाब मांगने पर भी कोई प्रतिक्रिया न देने के लिए उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की जानी चाहिए. यह कर्तव्य की उपेक्षा और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशों की अवहेलना का मामला है.
दस्तावेजों की गहन पड़ताल: शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत सभी दस्तावेजों, विशेष रूप से जाली नोटरी और स्टाम्प से संबंधित शपथ पत्रों की मूल प्रतियों और छायाप्रतियों की फॉरेंसिक जांच कराई जानी चाहिए. यह स्टाम्प के दुरुपयोग और जालसाजी को प्रमाणित करने में मदद करेगा
(4)गवाहों के बयान शिकायतकर्ता रामकिशोर तिवारी और यदि कोई अन्य पीड़ित हैं, तो उनके बयान दर्ज किए जाने चाहिए. सुरेंद्र कुमार विड़हा और अन्य संबंधित अधिकारियों के बयान भी लिए जाएं कानूनी और प्रशासनिक कार्यवाही कि जानी चाहिए
(5)आपराधिक मुकदमा जांच में जालसाजी, धोखाधड़ी, और सरकारी राजस्व के गबन के आरोप सही पाए जाते हैं, तो सुरेंद्र कुमार विड़हा के खिलाफ भारतीय दंड संहिता IPC की संबंधित धाराओं के तहत आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाना चाहिए.
(6) राजस्व की वसूली स्टाम्प के दुरुपयोग से सरकार को राजस्व का नुकसान हुआ है, तो उस राशि की वसूली सुरेंद्र कुमार विड़हा से की जानी चाहिए
(7)प्रशासनिक दंड: सरकारी नियमों का उल्लंघन करने और पद का दुरुपयोग करने के लिए सुरेंद्र कुमार विड़हा के खिलाफ विभागीय जांच कर उन्हें सेवा से बर्खास्त करने सहित सख्त प्रशासनिक दंड दिए जाने चाहिए.
(8)प्रणालीगत सुधार नकल शाखा में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए, दस्तावेज़ प्रबंधन और शपथ पत्रों के सत्यापन की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने और डिजिटलीकरण जैसे सुधार लागू किए जाने चाहिए. कर्मचारियों की नियमित निगरानी और ऑडिट भी आवश्यक है.
*शिकायतकर्ता को न्याय*
शिकायतकर्ता रामकिशोर तिवारी को उनके मूल दस्तावेजों और सत्यापित प्रतियों की उपलब्धता सुनिश्चित की जानी चाहिए, जैसा कि नियमानुसार आवश्यक है शिकायतकर्ता को जांच की प्रगति के बारे में सूचित किया जाना चाहिए और उनसे सहयोग लिया जाना चाहिए इस पूरे प्रकरण में, मैहर जिला प्रशासन को तत्काल और प्रभावी कदम उठाने की आवश्यकता है ताकि जनता का विश्वास सरकारी तंत्र में बना रहे और दोषी व्यक्तियों को उनके कुकर्मों के लिए दंडित किया जा सके।
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