परासिया–सियाल घोघरी कोल ब्लॉक में मजदूरों का लगातार शोषण किया जा रहा है। मजदूरों को ना तो उचित वेतन मिल रहा है, ना ही सुविधाएं। वहीं प्रबंधन के द्वारा पिछले कई वर्षों से मजदूरों की जो भविष्य निधि की राशि कटौती की गई है, उसको लेकर मजदूरों को कोई खाता नंबर आवंटित नहीं किया गया है। जिससे यह बात सामने आ रही है कि कितने मजदूर का कितनी भविष्य निधि की राशि कटौती की गई है, वह राशि कहां जमा है, इसका कोई हिसाब भी स्पष्ट नहीं है। जिसके कारण भविष्य निधि की राशि को लेकर बड़ा घोटाला होने की आशंका है। कोयला मजदूरों का नेतृत्व करने वाले श्रमिक संगठन राष्ट्रीय कोयला खदान मजदूर संघ (इंटक) ने सियाल घोघरी कोल ब्लॉक के ठेकेदारी एवं सुरक्षा कर्मचारियों का वेतन निर्धारण 1 अप्रैल 2025 से करने की मांग की है। वहीं समस्त कर्मचारी के भविष्य निधि खाते में 30 मार्च 2025 तक जो भविष्य निधि की राशि जमा की गई है, उसको दर्शाने के बारे में कहा है। जिससे यह पता चल सके कि किस कर्मचारी की कितनी भविष्य निधि की राशि काटी गई है और कितनी राशि सही मायने में खाते में जमा है। इंटक संगठन ने इस कोल ब्लॉक में खदान के भीतर एवं ऊपर काम करने वाले कर्मचारियों का कोयला मंत्रालय के द्वारा किए गए वेतन निर्धारण का नोटिफिकेशन करने की भी प्रबंधन से मांग की है। जिससे यह पता चल सके की कर्मचारियों को कितना वेतन प्रतिमाह मिलना चाहिए और प्रबंधन के द्वारा कितना वेतन दिया जा रहा है। वहीं दूसरी और पता चला है कि सियाल घोघरी कोल ब्लॉक में जो स्थानीय कर्मचारी काम कर रहे हैं,उनके 10 वर्ष होने पर वेतन बढ़ोतरी करने का प्रावधान है, लेकिन प्रबंधन कर्मचारियों के कुशल होने पर उन्हें नौकरी से हटा दे रहा है। खदान में काम करने के लिए प्रबंधन स्थानीय कर्मचारियों को न रखकर बाहर से कर्मचारियों को ला रहा है। जबकि खदान खोलते समय यह बात तय की गई थी कि स्थानीय व्यक्तियों को रोजगार दिया जाएगा। सूत्रों ने बताया कि खदान में लगभग 1200 कर्मचारी काम करते हैं। जिसमें अधिकांश बाहरी कर्मचारी काम पर रखे गए हैं। यहां तक की खिरसाडोह पॉलिटेक्निक कॉलेज से माइनिंग का डिप्लोमा करने वाले युवाओं को भी कोल ब्लॉक में नौकरी नहीं दी गई है।
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