अभी भी विकास की राह देख रहा है संत समाधि स्थल
शेक आसिफ SJ न्यूज एमपी खंडवा
खंडवा। माली कुआं स्थित कार्यालय पर महान संत सिंगाजी महाराज समाधि सिंगाजी महाराज परिवार के एकल ट्रस्टी महंत रतनलाल जी तथा सिंगाजी के अनन्य अनुयाई अनारसिंह जी आमने-सामने कार्यक्रम में पहुंचें। निर्गुणी संत सिंगाजी के जयकारों से सद्भावना मंच कार्यालय गुंजायमान हो उठा। यह जानकारी देते हुए मंच प्रवक्ता निर्मल मंगवानी ने बताया कि महंत रतनलाल जी तथा अनारसिंह जी का मंच अध्यक्ष प्रमोद जैन के नेतृत्व में मंच सदस्यों द्वारा शाल श्रीफल, पुष्प मालाओं से स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया गया। आमने-सामने कार्यक्रम के दौरान महंत जी ने बताया कि पिपल्या गांव तहसील हरसूद में फिफराड नदी के तट पर संत सिंगाजी की पुरानी समाधि पर ही नवीन समाधि निर्मित की गई है जिसमें 16 वीं शताब्दी से अखंड जोत प्रज्ज्वलित हो रही है। सिंगाजी की मूल समाधि लगभग 500 वर्ष पुरानी है जो कि उनकी देह त्यागने के पश्चात निर्मित की गई थी। यहां प्रति वर्ष 15 दिनी मेला भी लगता है जिसमें देश विदेश से गुरु शिष्य समाधि आकर अपना माथा टेककर आशीर्वाद प्राप्त करते है। मूल समाधि के आज भी दर्शन श्रद्धालुओं को नहीं हो पा रहे हैं क्योंकि पानी के रिसाव का कोई स्थाई समाधान नहीं हो पाया है। प्रतिदिन अनेक श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं और त्यौहार या मुख्य तिथियों के समय यह संख्या लाखों में पहुंच जाती है। श्रद्धालुओं की सुविधा का ध्यान रखते हुए समाधि तक पहुंच मार्ग का चौड़ीकरण किया जाए। तीर्थ स्थल के रूप में प्रसिद्ध होने के कारण यहां पर श्रद्धालुओं के स्नान हेतु प्रशासन द्वारा सुरक्षित घाट का निर्माण किया जाए। वही सद्भावना मंच अध्यक्ष प्रमोद जैन ने इस अवसर पर कहा कि ऐसे महान निर्गुणी संत के नाम से जिले में विद्यालय स्थापित किए जाए एवं शिक्षा विभाग द्वारा संत सिंगाजी की जीवनी एवं समाधि स्थल को पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए ताकि संत सिंगाजी का नाम अनंत काल तक अमर रहे। इस अवसर पर प्रमोद जैन, श्री सिंगाजी भक्त हरि सिंह पटेल, नरेंद्र बरूड, देवेंद्र जैन, चंद्र कुमार सांड, गणेश भावसार, सुरेंद्र गीते, नारायण फरकले, निर्मल मंगवानी, कमल नागपाल, मनीष गुप्ता आदि सहित अनेक सदस्य उपस्थित थे।
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