गुना उपद्रव मामले पर कांग्रेस ने उठाए सवाल: पुलिस-प्रशासन को ठहराया जिम्मेदार, SP-कलेक्टर बदलने की मांग
गुना। गुना उपद्रव मामले में सियासत जारी है। कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए है। पीसीसी चीफ ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए पुलिस और प्रशासन को घटना का जिम्मेदार बताया है। साथ ही एसपी कलेक्टर को बदलने की भी मांग की है। वहीं उन्होंने सभी समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील भी की है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा- ‘गुना से मिल रही तनाव की सूचनाएं मध्यप्रदेश की शांतिप्रिय छवि को नुकसान पहुंचाने वाली हैं! मैं सभी समुदायों से शांति, सद्भाव और समन्वय की अपील करता हूं! गुना में बेलगाम हुई अराजक कानून-व्यवस्था के लिए जिला पुलिस और प्रशासन जिम्मेदार है! राज्य सरकार को गुना के एसपी और कलेक्टर को तत्काल बदल देना चाहिए!’
पीसीसी चीफ ने आगे कहा कि ‘गृहमंत्री के रूप में मप्र के मुख्यमंत्री की नाकामी अब आम हो चुकी है, इसलिए मुख्य सचिव और डीजीपी को अपनी प्रशासनिक और संवैधानिक जिम्मेदारियां को ईमानदारी से पूरा करना होगा! मैं गुना की शांतिप्रिय व जागरूक जनता से पुन: प्रार्थना करता हूं नफरत फैलाने वाले चेहरों को पहचानें! शरारती तत्वों से भी सावधान रहें! गुना में प्रेम और सद्भाव बचाएं और बढ़ाएं!’
ग्वालियर ईस्ट विधानसभा से कांग्रेस विधायक डॉ सतीश सिकरवार ने बीजेपी की प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि घटना के पीछे बीजेपी की बड़ी साजिश है। BJP इस तरह की घटना कराकर हिंदू ध्रुवीकरण का काम कर रही है। हालांकि कांग्रेस के आरोपों पर बीजेपी की ओर से प्रदेश सरकार के मंत्री नारायण सिंह कुशवाहा ने भी पलटवार किया है। उनका कहना है कि कोई भी घटना हो, किसी भी अपराध को करने वाले लोग हो, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई कर कड़ी सजा दिलाने काम हमारी सरकार कर रही है। बदमाशों के लिए सख्त प्रावधान मध्य प्रदेश के कानून में है। कितना भी बड़ा अत्याचारी हो, अब डॉ मोहन यादव की सरकार उसको सबक सीखाने का काम कर रही है।
गौरतलब है कि गुना शहर में एक मस्जिद के सामने हनुमान जन्मोत्सव की शोभायात्रा पर शनिवार को पथराव किया गया था। सीएम डॉ मोहन सरकार के निर्देश पर 05 नामजद और 20 अज्ञात आरोपियों पर पुलिस ने दंगा, हत्या के प्रयास और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, मारपीट जैसे संगीन मामलों में केस दर्ज किया है। इस मामले में अब तक 17 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
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