*सक्षम और सशक्त नेतृत्व के साथ ऐतिहासिक निर्णय मोदी सरकार की पहचान: दिलीप पांडे*
देखिये आपके वोट की ताकत राष्ट्रहित के लिए कल देर रात तक चली देश की संसद, हमारे देश की संसद इतिहास रच रही है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत सुरक्षा सम्रद्धि की राह में गतिमान है। वर्षों पहले जिस काले कानून को बनाकर कांग्रेस पार्टी ने मुस्लिम तुष्टिकरण की राजनीति का एक नया दौर शुरू किया था, आज उस तुष्टिकरण की राजनीति के दौर का अंत आ गया है। देश को वक़्फ़ के काले कानून से आजादी मिल रही है, अब वक़्फ़ बोर्ड किसी गरीब, मजबूर, पिछड़े, असहाय की जमीन पर अपना दावा नहीं ठोक सकेगा। लोकसभा में पास हो चुका है वक़्फ़ संशोधन बिल,वक़्फ़ संशोधन बिल के पक्ष में पड़े 288 वोट, विपक्ष में पड़े 232 वोट।अब वक़्फ़ बोर्ड मनमाने तरीके से किसी सरकारी या गैर सरकारी जमीनों या संपत्तियों पर दावा नहीं ठोक सकेगा।वक़्फ़ बोर्ड ने मनमाने तरीके से पिछले कई वर्षों में सरकारी जमीन, मंदिर, चर्च, गांव, समेत कई संपत्तियों पर दावा ठोका हुआ था। सरकारी कार्यालयों सहित मंदिर आदि में वक़्फ़ बोर्ड की काली नजर थीl मुस्लिम देशों में कोई वक़्फ़ बोर्ड नहीं है भारत मे भी यह नही होना चाहिये। किसी की संपत्ति पर मनमाना अधिकारी कोई नही जाता पायेगा। संपत्ति आपकी है इसे कोर्ट में सिद्ध करना पड़ेगा। अब नही चलेगा कि किसी ने कह दिया की यह संपत्ति मेरी है तो कोई भी घर जमीन दुकान उसकी हो गई। उसकी है तो प्रमाण देना पड़ेगा।
सीरिया,इराक ,तुर्की ,लीबिया इजिप्ट ,सूडान ,लेबनान ,जॉर्डन ट्यूनीसिया आदि देशों में वक्फ बोर्ड नही है। कल केंद्र सरकार ने लोकसभा में 2 बिल पेश किए थे। पहला, वक़्फ़ संशोधन विधेयक, 2025 और दूसरा, मुसलमान वक़्फ़ रिपील बिल, 2024. हमारे सहयोगी दलों जदयू, TDP और लोजपा ने इस बिल के समर्थन में वोट किया। इसके साथ ही वक़्फ़ एक्ट की उस धारा-40 को भी हटा दिया गया है, जिसके तहत वक़्फ़ बोर्ड को किसी भी संपत्ति को वक़्फ़ घोषित करने का अधिकार थासाथ ही अब सेन्ट्रल वक़्फ़ काउंसिल में 2 ग़ैर-मुस्लिम सदस्यों को नियुक्त करने का रास्ता भी साफ़ हो गया है। मोदी सरकार ने स्पष्ट कहा कि वक़्फ़ बोर्ड कोई मजहबी संस्था नहीं है। साथ ही ये प्रावधान भी किया गया है कि कोई मुस्लिम शख्स अगर वक़्फ़ को संपत्ति दान में देता है, इसके लिए ज़रूरी है कि वो कम से कम 5 वर्षों से इस्लाम मजहब में हो। केंद्र ने ये भी साफ़ किया है कि राज्य सरकारों को पूर्ण अधिकार दिए जा रहे हैं, हर राज्य के वक़्फ़ बोर्ड्स हैं।अब इस विधेयक को राज्यसभा में पेश किया जा चुका है। वहाँ भी NDA बहुमत में है, ऐसे में बिल को पास कराने के लिए सरकार कोई ख़ास जद्दोजहद नहीं करनी पड़ेगी।अतः आज राजसभा में भी बिल पास हो जाएगा।
निवर्तमान जिला भाजपा अध्यक्ष श्री दिलीप पाण्डेय जी ने कहा कि कांग्रेस ने वर्ष 2013 में रातों-रात वोट बैंक के उद्देश्य से वक्फ कानून को अत्यंत एक्सट्रीम बना दिया।दिल्ली के लुटियंस की 123 संपत्तियाँ चुनाव से मात्र 25 दिन पहले वक्फ को सौंप दी गईं।वक्फ के नाम पर जिस गरीब की जमीन हड़प ली जाती थी, कांग्रेस ने उससे कोर्ट जाने का अधिकार भी छीन लिया था। हम उसको कोर्ट जाने का अधिकार दे रहे हैं।वक्फ’ का अर्थ है अपनी जमीन, महत्त्वपूर्ण संपत्ति या एसेट को इस्लाम की भलाई के लिए अल्लाह के नाम पर दान करना। दान केवल अपनी संपत्ति का ही किया जा सकता है, सरकार या किसी और की संपत्ति का नहीं।मित्रों सत्ता सही हाथों में होती है तो इतिहास लिखा नहीं जाता, बल्कि इतिहास को ठीक भी किया जाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जिन चीजों के लिए चुना गया था उन्हें वो पूरा कर रहे हैं।कुछ कार्य आगे के लिए भी होंगे और होते ही रहेंगे। 600 वर्षों तक दिल्ली में इस्लामी आक्रांता बैठे रहे, बहुत गड़बड़ हुई है। पिछले 11 वर्षों में जो भी हुआ वो एक नींव है समझिए। अब वर्शिप एक्ट की बारी आनी चाहिए।वक्फ बोर्ड संसोधन बिल’ लोकसभा से पारित होने के बाद आज रात तक राज्यसभा में भी पारित हो जाएगा। इस पुनीत अवसर पर समस्त देशवासियों को हार्दिक बधाई एवं असीम शुभकामनाएं।सभीके हित में यह एक ऐतिहासिक निर्णय है जो वर्षों की अव्यवस्थाओं को सुधारने का कार्य करेगा। तीन तलाक जैसी कुप्रथा को खत्म कर मोदी सरकार ने माताओं-बहनों को न्याय दिया और अब वक्फ संपत्तियों की पारदर्शिता सुनिश्चित कर समाज को एक नवीन युग में प्रवेश दिलाने का सराहनीय कार्य किया है।माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के अद्वितीय नेतृत्व में भारत एक नए युग में प्रवेश कर रहा है जहाँ तुष्टिकरण नहीं बल्कि समानता और देश के चौमुखी विकास की राजनीति होगी।इस ऐतिहासिक, साहसिक और दूरदर्शी निर्णय के लिए माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी एवं माननीय केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह जी का उमरिया भाजपा परिवार की ओर से हृदयतल से हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन करता हूँ।
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