जिले के फतेहगढ़ थाना अंतर्गत ग्राम पन्हेटी में तोडफ़ोड़ व आगजनी मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उल्लेखनीय है कि फतेहगढ़ थाना क्षेत्र के ग्राम पन्हेटी में शासकीय वन भूमि के कब्जे को लेकर मिलाला एवं बंजारा समाज के दो पक्षों के बीच चले आ रहे विवाद में 1 नवम्बर 24 को दोनों पक्षों में हुए झगड़े के बाद 25 नवम्बर को मिलाला समाज से घायल गल सिंह भिलाला की मृत्यु हो जाने पर 26 नवम्बर 24 को मिलाला समाज के कुछ लोगों द्वारा आक्रोशित होकर दूसरे पक्ष के लोगों के घरों पर तोडफ़ोड़ एवं आगजनी की घटना कर काफी नुकसान पहुंचाया गया था। इस घटना पर से 13 नामजद आरोपियों व अन्य अज्ञात के विरूद्ध अपराध क्रमांक 299/24 थारा 191(2), 191(3), 190, 324(5), 326 (ए), 326 (जी) बीएनएस के तहत अपराध दर्ज कर विवेचना में लिया गया था।
उपरोक्त घटना की गंभीरता को देखते हुए घटना दिनांक को ही मुना कलेक्टर डॉ. सतेन्द्र सिंह एवं एसपी संजीव कुमार सिंहा द्वारा तत्काल ग्राम पन्डेटी पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण कर पीडि़त परिवारों को खानपान व अन्य जरूरत का सामान मुहैया करवाया गया था। इसके बाद 29 नवम्बर 24 को पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन अरविन्द कुमार सक्सेना द्वारा ग्राम पन्डेटी पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण कर बंजारा समाज के पीड़ित परिवारों से चर्चा की गई एवं घटना के आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करने के निर्देश दिये गये थे। एसपी सिंहा के दिशा निर्देशन एवं एएसपी मान सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन तथा एसडीओपी गुना विवेक अष्ठाना के पर्यवेक्षण में फतेहगढ़ थाना प्रभारी उपनिरीक्षक जयनारायण शर्मा एवं उनकी टीम द्वारा उपरोक्त प्रकरण के फरार आरोपियों की तलाश व पतासाजी के सघनता से प्रयास किए। जिनकी तलाश के क्रम में गत् दिवस मुखबिर की सूचना पर प्रकरण के दो आरोपियों सीताराम उर्फ मल सिंह पुत्र पातलिया भिलाला एवं प्रकाश पुत्र अनिल भिलाला निवासीगण बीलवाली पठार ग्राम पन्हेटी थाना फतेहगढ़ जिला गुना को गिरफ्तार किया। जिन्हें सोमवार को न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेज दिया है तथा प्रकरण में शेष फरार व अन्य अज्ञात आरोपियों की तलाश व पतासाजी के प्रयास जारी हैं। पुलिस की इस कार्रवाई में एसडीओपी गुना श्री विवेक अष्ठाना के नेतृत्व में फतेहगढ़ थाना प्रभारी उपनिरीक्षक जयनारायण शर्मा, म्याना थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गोपाल चौबे, सउनि अनिल कदम, सउनि विजय सिंह परिहार, सउनि केदार सिंह, सउनि जसरथ सिंह दिवाकर, प्रधान आरक्षक रामकुमार कुशवाह, आरक्षक पवन शर्मा, आरक्षक विवेक कुशवाह, आरक्षक हरिओम परमार, आरक्षक कुलदीप धाकड़, आरक्षक दिव्यांश भार्गव एवं आरक्षक चालक अशोक भोज की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
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