म्याना थाना क्षेत्र से गायब हुई नाबालिग बच्ची को पुलिस ने जबलपुर से खोज निकाला
गुना पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार सिन्हा के दिशा निर्देशन में गुना पुलिस द्वारा जिले में नाबालिग बालक-बालिकाओं पर घटित अपराधों को संवेदनशीलता से लेकर इन अपराधों में सघनता से कार्यवाहियां कर इस प्रकार के अपराधों में अपहृत अथवा गुम नाबालिग बालक/बालिकाओं को आये दिन दूर-दराज से खोज निकाल कर उनके परिजनों से मिलाया जा रहा है। इसी सिलसिले में एसडीओपी गुना विवेक अष्ठाना के पर्यवेक्षण में जिले के म्याना थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गोपाल चौबे एवं उनकी टीम द्वारा विगत दिनों थाना क्षेत्र से गायब हुई एक नाबालिग बच्ची को जबलपुर से दस्तयाब कर लिया गया है।उल्लेखनीय है कि जिले के म्याना थाना क्षेत्र से दिनांक 11 नवंबर 2024 की रात में 13 वर्षीय एक नाबालिग बच्ची के घर पर किसी को बिना कुछ बताये कहीं चले जाने पर बालिका की मां की ओर से उसके गुम होने संबंधी रिपोर्ट दिनांक 15 नवम्बर 2024 को म्याना थाने पर दर्ज कराई गई थी, जिस पर म्याना थाने में अपराध क्रमांक 423/24 धारा 137(2) बीएनएस के तहत अपराध कायम कर विवेचना में लिया गया था। थाना क्षेत्र से एक नाबालिग बच्ची के अपहरण की घटना को पुलिस द्वारा गंभीरत से लिया और म्याना थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गोपाल चौबे अपनी टीम के साथ अपहृत बच्ची की तलाश में सक्रियता से जुट गये और इस हेतु अपना मुखबिर तंत्र सक्रिय कर विभिन्न तकनीकी संसाधनों की मदद से बालिका को खोजने के निरंतर प्रयास किये गये। जिसके परिणाम स्वरूप बालिका के जबलपुर में होने की जानकारी मिलने पर म्याना थाना पुलिस द्वारा गत् दिनांक 02 दिसंबर 2024 को अपहत बालिका को जबलपुर से दस्तयाब कर उसके परिजनों से मिलाया गया है।
म्याना थाना पुलिस की इस कार्यवाही में थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गोपाल चौबे, उपनिरीक्षक रचना खत्री, ऊमरी चौकी प्रभारी सउनि महेन्द्र सिंह चौहान, प्रधान आरक्षक अशोक गुर्जर, आरक्षक नेपाल तोमर, महिला आरक्षक रंजीता जाटव एवं सायबर सेल से आरक्षक कुलदीप भदौरिया की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।
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