आज भारत आत्मनिर्भर ही नहीं निर्यातक है भारी पानी का, डॉ ए एन वर्मा,परमाणु वैज्ञानिक
1974 के पोखरण परमाणु विस्फोट के पश्चात परमाणु ऊर्जा बनाने के लिए अत्यंत आवश्यक भारी पानी अमेरिका से आता था,अमेरिका ने उसे रोक दिया। तब परमाणु ऊर्जा आयोग ने स्वदेशी स्तर पर यह भारी पानी बनाने का टारगेट दिया।निरंतर 7 वर्षों के सात प्रयास
: के पश्चात हमें स्वदेशी भारी पानी बनाने में सफलता मिली। भारत सरकार ने हमारी टीम के प्रयोग को और बड़े स्तर पर करना प्रारंभ कराया और आज भारत अपनी परमाणु ऊर्जा के लिए आवश्यक भारी पानी से ज्यादा उत्पादन करते हुए अमेरिका सहित अनेक देशों को इसका निर्यात निर्बाध रूप से कर रहा ।है
: कार्यक्रम का संचालन रंगकर्मी राजीव अयाची ने किया, आभार प्रदर्शन पंकज हर्ष श्रीवास्तव ने किया।राष्ट्रगान के पश्चात पूर्व ट्रस्टी जे पी असाटी को श्रद्धांजलि के पश्चात कार्यक्रम समाप्त हुआ।
कार्यक्रम में विधायक जयंत मलैया,पूर्व विधायक अजय टंडन सहित जिला न्यायाधी श्री आनंद कुमार तिवारी सहित समस्त न्यायाधीश गण उपस्थित रहे।
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