जिस घर में (आरती-स्तुति, ज्योति यज्ञ) होती है, वहां देवताओं का निवास होता है — जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
उज्जैन। कबीर परमेश्वर पंथ के महान संत, जगतगुरु तत्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज के पावन सानिध्य में, मुनींद्र धर्मार्थ ट्रस्ट, कुरुक्षेत्र (हरियाणा) के तत्वावधान में दिनांक 29 सितंबर, रविवार को गुर्जर गौड़ ब्राह्मण समाज धर्मशाला, पिपलीनाका के पास, उर्दू पुरा में एक विशेष सत्संग का आयोजन किया गया। इस अवसर पर एलईडी प्रोजेक्टर के माध्यम से वास्तविक सनातन धर्म के तत्वज्ञान का प्रवाह किया गया।
सत्संग में संत रामपाल जी महाराज ने बताया, “जिस घर में परमात्मा की शास्त्र प्रमाणित सत भक्ति और साधना (जैसे आरती, स्तुति, ज्योति यज्ञ) होती है, वहां देवताओं का निवास होता है। ऐसे घर में परमात्मा स्वयं अपनी कृपा से भरपूर लाभ प्रदान करते हैं और वहां के निवासियों को पूर्ण मोक्ष की प्राप्ति होती है।”
इस आयोजन के बारे में जानकारी देते हुए भक्त मुकेश दास देवल ने बताया कि सत्संग में स्थानीय, जिला और तहसील स्तर के सेवादारों के साथ-साथ सत्संग एवं पुस्तक सेवा से जुड़े अनेक भक्त उपस्थित थे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया और संत रामपाल जी महाराज के दिव्य वचनों का लाभ प्राप्त किया।
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