कांग्रेस ने जानी हकीकत, न संकेतक, न सुरक्षा श्रध्दालुओं की जान महाकाल भरोसे , शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया
मुट्ठी भर मुआवजा राशि दी जा रही गरीब परिजनों को, 50 लाख रुपए की राशि दिवंगतों के परिजनों को दी जाए, मिले सरकारी नौकरी
उज्जैन। महाकाल क्षेत्र में शासन, प्रशासन एवं तकनीकी अधिकारियों की लापरवाही और अक्षमता के चलते धराशाई हुई दीवार में दबने से दो लोगों की दर्दनाक मौत हो गई। इस घटना के बाद शहर कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी शनिवार को घटनास्थल पहुंचे। नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने बताया कि निरीक्षण में स्पष्ट रूप से देखने पर पता लगा कि बिना बीम कॉलम के मिट्टी वाले क्षेत्र में दीवारों का निर्माण किया गया है। पूर्व से बनी हुई दीवार के ऊपर लगभग 1० फिट मिट्टी भर दी गई और उसके ऊपर एक ओर की दीवार बना दी गई साथ ही पानी निकासी हेतु कोई भी व्यवस्था स्थल पर नहीं की गई थी।
कार्यप्रगति पर है, या उक्त स्थान पर नहीं जाने जैसी कोई सूचना, किसी भी प्रकार के बोर्ड अथवा बेरीकेटिंग अथवा टीन शेड से कवर नहीं किया गया। जबकि चल रहे निर्माण कार्य में कोई घटना दुर्घटना ना हो इस हेतु सुरक्षा के उपाय किए जाते हैं। परंतु उस स्थल पर किसी प्रकार के निर्माण संबंधी सूचना अथवा नीचे चलित मार्ग पर किसी प्रकार के सुरक्षा उपाय नहीं किए गए थे। भगवान महाकाल मंदिर क्षेत्र का प्रमुख स्थल होने के कारण इस मार्ग पर हमेशा हजारों की तदाद में श्रद्धालु महाकाल मंदिर से लेकर हरसिद्धि मंदिर तक की ओर जाते हैं। परंतु इस स्थल पर किसी भी प्रकार के संकेतक नहीं थे। साथ ही स्थल पर जो काम चल रहा है वहां भी किसी स्थाई प्रवृत्ती का ना हो करके ऐसा लगता है की मात्र सौंदर्य हेतु कोई दीवाल खड़ी की जा रही है। जबकि पूर्व से बनी हुई दीवार पर ही दीवार बनाना, मिट्टी वाले भराव स्थल पर और पत्थरों का उपयोग, न ईट का उपयोग किया जा रहा है। जबकि स्पष्ट है यहां बड़ा गार्डन बनाया जा रहा है इसमें कई व्यक्ति श्रद्धालु निरंतर उपस्थित रहेंगे। साथ ही नीचे वाले मार्ग पर भी हजारों की तादाद में श्रद्धालु का प्रमुख रास्ता है। परंतु यहां पर बिना तकनीकी इंजीनियरों की उपस्थिति के, बिना योजना के कार्य किया जा रहा है। ऐसा प्रतीत होता है कि मध्य प्रदेश पर्यटन डिपार्टमेंट के अधिकारी अथवा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट अधिकारी, विकास प्राधिकरण उज्जैन के के साथ ही सभी एजेंसी जो महाकाल मंदिर के द्वितीय चरण के विकास कार्य कर रही है, तकनीकी अधिकारियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बिना निरीक्षण के ही सब कार्य किया जा रहे हैं। जबकि जवाबदार अधिकारी अपनी जवाबदारियों का निर्वाह करने में असफल है। इसी कारण शहर के दो नागरिक जो फूल पत्ती का व्यापार व्यवसाय करते थे वह असमय काल में समा गए। अन्य दो साथी भी अपने जीवन और मौत का संघर्ष कर रहे हैं। शहर कांग्रेस कमेटी के नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने कहा कि शहर कांग्रेस कमेटी मध्य प्रदेश शासन के मुखिया से अनुरोध करती है कि दोषी अधिकारी के खिलाफ शीघ्रता से जवाबदारी तय कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाए। गरीब दिवंगत अथवा उपचारित व्यक्तियों के परिवारजनों की सुध लें उन्हें शासकीय नौकरी प्रदान करें और जो मुट्ठी भर मुआवजा राशि दी जा रही है उसे बढ़ाते हुए 50 लाख रुपए की राशि दिवंगतों के परिजनों को दी जाए। निरीक्षण दौरान रवि राय नेता प्रतिपक्ष, पार्षद माया त्रिवेदी, पार्षद अभिषेक लाला, ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष श्रवण शर्मा, ब्लॉक अध्यक्ष रमेश परिहार, अजय राठौर, संगठन महामंत्री लक्ष्मी नारायण उपाध्याय, रमेश परिहार, पंडित आशुतोष शुक्ला, शानू भाई, संदीप सूर्यवंशी, ओमप्रकाश रामी, अरूण वर्मा, कृष्णा यादव आदि उपस्थित थे।
3 घंटे चक्काजाम, शासन गलती छुपाता रहा, परिजनों की मांग नहीं मानी
नेता प्रतिपक्ष रवि राय ने शासन से मांग की कि जो मृतक के परिवारजन है उनके द्वारा मोहन नगर रोड चौराहे पर 3 घंटे तक चक्का जाम किया गया। उनके द्वारा भी यही मांग की गई है परंतु शासन अपनी गलतियों को छुपाते हुए उनकी मांग को नहीं माना। 3 घंटे तक शहर के नागरिकों को एवं शोकाकुल परिवार को सड़कों पर रुकना पड़ा। ऐसे स्पष्ट है कि यह प्रशासन कितना निर्दयी प्रशासन है।
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