उमरिया डी पी. सी कार्यालय द्वारा दी गई स्कूल की फर्जी मान्यता
उजनिया में एक फर्जी स्कूल की मान्यता का मामला प्रकाश में आया है जैसा की पूर्व में इसकी शिकायत श्रीमान कलेक्टर महोदय के यहां दी गई है जिसमें पूर्व से संचालित विद्यालय गांधी मेमोरियल पब्लिक स्कूल ज्वालामुखी जो कि वर्ष 2016 में संचालित हुई थी जो कि
कक्षा नर्सरी से कक्षा पांचवी तक संचालित है जिसके प्रधानाध्यापक श्रीमती संतोष सिंह रही उन्होंने गांधी मेमोरियल स्कूल के ऊपर अपना बैनर गुरुकुल शिक्षा निकेतन ज्वालामुखी उमरिया के नाम पर लगाया एवं बीआरसी करकेली श्री विनय चतुर्वेदी के द्वारा फोटो खींचकर भौतिक सत्यापन कराया गया एवं गुरुकुल शिक्षा निकेतन ज्वालामुखी की नाम से ही मान्यता जारी की गई स्कूल संचालक को जैसे ही यह जानकारी प्राप्त हुई उन्होंने इस की शिकायत जिला कलेक्टर महोदय उमरिया एवं जिला शिक्षा अधिकारी उमरिया डी पी सी महोदय उमरिया को दे जिसमें यह उल्लेख किया गया कि पूर्व से संचालित विद्यालय के ऊपर बैनर लगाकर मान्यता प्रदान की गई है जो कि नियम विरुद्ध है एवं आरटीई के 11 बच्चों सहित सभी बच्चों की टी सी काटकर अपने नये विद्यालय में दर्ज कर ली बिना अभिभावक के आवेदन पत्र के हीटी सी काटकर नए विद्यालय में नाम दर्ज कर लिया गया किंतु इसकी जांच आज दिनांक तक शिक्षा विभाग द्वारा नहीं की गई जिससे जाहिर होता है कि शिक्षा विभाग की ही मिली भगत से इस प्रकार क्रतय किया गया है बता दे की नई विद्यालय खोले जाने के लिए माध्यमिक स्कूल के लिए 2 किलोमीटर की दूरी का होना आवश्यक है जिसमें शिक्षा विभाग द्वारा एक ही बिल्डिंग में दो मान्यता जारी कर दी वर्तमान में संचालक के विरोध किए जाने पर नई स्कूल की संचालिका श्रीमती संतोष सिंह 100 मीटर की दूरी में ग्राम उजनिया में विद्यालय का संचालन एक खंडहर भवन में कर रही है जो कि नियम विरुद्ध है क्योंकि ज्वालामुखी वार्ड नंबर 18 के नाम से उन्हें मान्यता प्रदान की गई है जिससे जाहिर होता है कि मान्यता फर्जी तरीके से हासिल की किंतु विभाग आज दिनांक तक कोई कार्यवाही करने को तैयार नहीं है इसके अलावा भी बीआरसी विनय चतुर्वेदी के खिलाफ बहुत सारी शिकायतें हैं एवं वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा उन शिकायतों को छुपाया जाता है इस प्रकार के दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही किया जाना चाहिए।
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