वर्तमान समय में भाई की रक्षा राखी से नही हेलमेट से होगी ~मंत्री शाह
*बीते दिन रक्षाबंधन का त्यौहार बड़े ही उत्साह उमंग से पूरे देश ने मनाया हे भाई बहन के अटूट प्रेम और विश्वास का प्रतीक रखी का ये पर्व सच्चे समर्पण को दर्शाते हुए एक पवित्र रिश्ते को बनाए रखने के लिए हिंदू रीति रिवाज का एक मुख्य पर्व है पुराणिक मान्यताओं के साथ ही रक्षाबंधन का पर्व आध्यात्मिक दृष्टि से भी महत्व रखता है इस दिन बहन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधते हुए उसकी सुरक्षा की मंगलकामना करती है साथ ही भाई उसके प्रति अपना समर्पण करते हुए बहन को असमान्य परिस्थितियों से निकलने का और उसकी सुरक्षा का वचन देता है पर इस दृश्य को आज की वर्तमान परिदृश्य से देखा जाए तो आए दिन अनियंत्रित ड्राइविंग और सड़क दुर्घटनाओं के चलते कई बहनों की राखियां खून से लतपथ सड़क के किसी कोने में दिखाई देती हे परिवहन के साधनों की अत्यधिक गति और गलत तारिक से उपयोग करना के कारण कई बहने अपने भाई को कई माताएं अपने पुत्र को और कई पत्नियां अपने पति को खो देती हे ,यदि इन दुर्घटनाओं की समीक्षा की जाए तो 60% से अधिक घटनाओं में वाहन चालक का मस्तिष्क प्रभावित होता है जो की शरीर का मुख्य अंग है इस तरह हम देखे तो वाहन चालक यदि हेलमेट का उपयोग करके वाहन चलते हे तो इससे ये खतरा कम किया जा सकता है पिछले दिनों रखी का पर्व गुजरा था आज के समय में भाई की सच्ची सुरक्षा करनी है तो प्रत्येक बहन को अपने भाई के लिए रखी से पहले सिर पर हेलमेट पहनाकर उससे वाहन को नियंत्रित गति से चलने का वचन लिया जाना चाहिए इस परंपरा से हम जीवन बचाने का कार्य कर सकते हे*
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