हरदा जिले में सिनर्जी संस्थान के फेलो छात्राओं ने दिखाई स्पोर्ट्स की रोशनी
हरदा जिले की सिराली तहसील एक ऐसा क्षेत्र है जहां पिछड़ापन अब भी कायम है, लेकिन इस अंधकार में उम्मीद की किरण बनकर उभरी हैं रोशनी कुशवाह। हरदा के सिनर्जी संस्थान की उड़ान फेलो के रूप में रोशनी ने अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के तहत सिराली क्षेत्र में मोहल्ले की लड़कियों और स्कूल के बच्चों को खेल-कूद के माध्यम से कैरियर में आगे बढ़ने के तरीके सिखाए।
आपको बता दें कि बाजार में खुली दुकानों को देखकर अक्सर लोग सोचते हैं कि गांव प्रगति कर रहा है, लेकिन असल प्रगति तब होगी जब भेदभाव और जातिवाद की रूढ़ियों से मुक्त होकर गांव की महिलाओं और बच्चों को आगे बढ़ने का पूरा अवसर मिलेगा। सही मायनों में यही प्रगति है।
सिराली क्षेत्र के कई बच्चे अभी भी अखबार पढ़ने में असमर्थ हैं और टेनिस, क्रिकेट, बेसबॉल, फुटबॉल खेलने में उन्हें कई असुविधाओं का सामना करना पड़ता है। इसके साथ ही उन्हें जेंडर भेदभाव का भी शिकार होना पड़ता है। कम उम्र में शादी के बाद कई लड़कियों का जीवन दुखदाई हो गया है, और बच्चों की जिम्मेदारी के साथ कम पढ़ी-लिखी महिलाओं के लिए घर चलाना मुश्किल हो रहा है।
वहीं छात्रा रोशनी ने समावेशी कप में हिस्सा लेकर न केवल खेल के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाई, बल्कि सिराली क्षेत्र की सोच को भी बदला। फैशन डिजाइनिंग में हाथ आजमाने के साथ-साथ उन्होंने स्पोर्ट्स से संबंधित गतिविधियों को संचालित करने और इस क्षेत्र से जुड़ी डिग्री करने का भी मन बना लिया है। उड़ान टीम से लगातार मिल रहे गाइडेंस के कारण, उनकी कैरियर प्रोफ़ाइल में भी सुधार हो रहा है। अब गांव के बच्चे एक-दूसरे की देखा-देखी विषय नहीं चुनते, बल्कि खुद के दम पर निर्णय लेने की क्षमता उनमें विकसित हो रही है।
उड़ान टीम की साथी डॉक्टर दर्शना सोनी, जन गीत और खेल के माध्यम से सिराली क्षेत्र की शिक्षा को परखने का कार्य कर रही हैं। इसमें उन्हें सिनर्जी संस्थान द्वारा संचालित उड़ान टीम का पूरा सहयोग मिल रहा है, जिसमें टीम लीड श्रुति, फील्ड कोऑर्डिनेटर तरन्नुम, और साथी गण गायत्री, संजू, पूजा भी शामिल हैं। ये साथी आवश्यकतानुसार नए विचार दे सकते हैं।
सिनर्जी संस्थान के संस्थापक विमल, विष्णु, और अजय सर द्वारा नित नए प्रयोग किए जाते हैं ताकि गर्ल्स पॉवर को पूरा अवसर मिले। इस प्रयास के माध्यम से, सिराली की रोशनी ने सचमुच अपने नाम को सार्थक किया है, और अन्य लड़कियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गई हैं।
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