उमरिया राखी पर 12 हज़ार करोड़ के व्यापार का अनुमान-कैट भारतीय सामान से ही सभी त्यौहार मनाएं-कीर्ति
उमरिया -देश भर के व्यापारियों के शीर्ष संगठन कन्फ़ेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ( कैट) ने कहा है कि इस वर्ष राखी के त्यौहार पर देश भर में 12 हज़ार करोड़ रुपये से अधिक का त्यौहारी व्यापार होने की उम्मीद है ।बाज़ारों में राखी की ख़रीददारी की ज़बरदस्त भीड़ है और लोगों में त्यौहार के प्रति बहुत उत्साह भी है।
कैट के जिला अध्यक्ष कीर्ति कुमार सोनी ने बताया कि पिछले कई वर्षों से देश में स्वदेशी राखियों ही बिक रही हैं और इस वर्ष भी चीन की बनी राखियों की न तो कोई माँग थी एवं बाज़ार में चीनी राखियाँ दिखाई ही नहीं दी।
कैट की वैदिक कमेटी के अध्यक्ष तथा उज्जैन के प्रसिद्ध वेद मर्मज्ञ आचार्य दुर्गेश तारे ने बताया कि कल 19 अगस्त को दोपहर 1.30 मिनट तक भद्रा काल है।
जिसमें कोई भी मंगल कार्य निषेध है ,इसलिए देश भर में रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार दोपहर 1.31 मिनट से ही मनाया जाये। कैट के राष्ट्रीय महामंत्री तथा चाँदनी चौक से सांसद श्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया की जिस प्रकार से पिछले दिनों में राखियों की माँग में वृद्धि हुई है उसको देखते हुए इस वर्ष 12 हज़ार करोड़ रुपये के राखी त्यौहार पर व्यापार होने की उम्मीद है जबकि पिछले वर्ष यह व्यापार लगभग 10 हज़ार करोड़ रुपये का था वहीं वर्ष 2022 में लगभग 7 हज़ार करोड़ रुपये, 2021 यह व्यापार 6 हज़ार करोड़ रुपये का था जबकि वर्ष 2020 में 5 हज़ार करोड़ , वर्ष 2019 में 3500 करोड़ तथा वर्ष 2018 में 3 हज़ार करोड़ था ।
श्री खंडेलवाल एवं कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री बी सी भरतिया ने बताया की इस वर्ष राखियों की एक विशेषता यह भी है कि इनमें देश के विभिन्न शहरों के मशहूर उत्पादों से विशेष प्रकार की राखियाँ भी बनाई गईं है जिनमें नागपुर में बनी खादी राखी, जयपुर में सांगानेरी कला राखी, पुणे में बीज राखी, मध्य प्रदेश के सतना में ऊनी राखी, आदिवासी वस्तुओं से बनी बांस की राखी,असम में चाय पत्ती राखी, कोलकाता में जूट राखी, मुंबई में रेशम राखी, केरल में खजूर राखी, कानपुर में मोती राखी, बिहार में मधुबनी और मैथिली कला राखी, पांडिचेरी में सॉफ्ट पत्थर की राखी, बैंगलोर में फूल राखी आदि शामिल हैं
वहीं देश का गर्व प्रदर्शित करने वाली तिरंगा राखी, वसुधैव कुटुंबकम की राखी, भारत माता की राखी आदि शामिल हैं जिनकी माँग बहुत अधिक है । इसके अलावा डिज़ाइनर राखियों तथा चाँदी की राखियाँ भी बाज़ार में खूब बिक रही है , इस त्यौहारों श्रृंखला की अवधि के दौरान उपभोक्ताओं की मांगों को पूरा करने के लिए देश का व्यापारिक समुदाय पूरी तरह तैयार है और पर्याप्त मात्रा में सभी उत्पादों का स्टॉक व्यापारियों ने कर लिया है । कैट के प्रदेश सचिव अशोक दौलतानी ने बताया कि देश के सभी राज्यों में व्यापारी भारतीय सामान को ही बेचेंगे क्योंकि उपभोक्ता भी अब भारतीय सामान की मांग कर रहे हैं। सभी लोग भारतीय सामान से ही सभी त्यौहार मना रहे है। उमरिया से संजय तिवारी की रिपोर्ट
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