मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार प्रदेश में जारी है अवैध नशे का कारोबार करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई नशे पर प्रहार: एक करोड़ 22 लाख रुपए की प्रतिबंधित कोरेक्स सीरप पुलिस ने की जब्त
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुसार प्रदेश में जारी है अवैध नशे का कारोबार करने वालों पर प्रभावी कार्रवाई नशे पर प्रहार: एक करोड़ 22 लाख रुपए की प्रतिबंधित कोरेक्स सीरप पुलिस ने की जब्त
रीवा पुलिस ने की प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई
आरोपियों ने गोदाम में भर रखी थी प्रतिबंधित दवाओं की 72000 नग शीशियां
पिता-पुत्र कर रहे थे नशे का कारोबार
भोपाल/रीवा, 4 अगस्त 2024। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की मंशानुरुप मध्यप्रदेश में नशे का अवैध कारोबार करने वालों पर सख्त एवं प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। नशे के अवैध कारोबार के विरुद्ध पूरे प्रदेश में सतत् कार्रवाई जारी है। इसी अनुक्रम में रीवा पुलिस ने प्रदेश में अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए प्रतिबंधित नशीली दवाओं का कारोबार करने वाले पिता-पुत्र को सागर जिले से गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है। आरोपियों से पुलिस ने एक करोड़ 22 लाख 40 हजार रुपए की 800 पेटी प्रतिबंधित कोडिन युक्त कफ सिरप बरामद की है। पुलिस ने आरोपियों के विरुद्ध एनडीपीएस एक्ट व मप्र ड्रग्स कंट्रोल एक्ट की विभिन्न धाराओं में प्रकरण दर्ज कर पूछताछ आरंभ कर दी है।
दरअसल, रीवा जोन में नशीली दवाओं का अवैध कारोबार किए जाने की सूचना पुलिस को मिली। सूचना मिलने पर रीवा रेंज के पुलिस महानिरीक्षक श्री महेन्द्र सिंह सिकरवार व पुलिस उप महानिरीक्षक श्री साकेत प्रकाश पाण्डेय के नेतृत्व एवं पुलिस अधीक्षक रीवा श्री विवेक सिंह के मार्गदर्शन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्री अनिल सोनकर, अनुविभागीय अधिकारी त्योथर श्री उदित मिश्रा, नगर पुलिस अधीक्षक मैहर श्री राजीव पाठक नगर पुलिस अधीक्षक रीवा श्रीमती रितु उपाध्याय के निर्देशन में पुलिस टीम का गठन किया गया। पुलिस टीम ने धाना चोरहटा के अपराध में कार्रवाई करते हुए भारी मात्रा में प्रतिबंधित नशीली आनरेक्स कफ सिरप की बरामदगी जिला सागर में करने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की।
पिता-पुत्र कर रहे थे नशीली दवाओं का कारोबार
दरअसल सागर के मोतीनगर थाना क्षेत्र में रहने वाले अरविंद पिता स्व. हजारीलाल जैन व उसका बेटा सिटीजन उर्फ सत्तू जैन द्वारा नशीली दवाओं का अवैध कारोबार करने की सूचना पुलिस को मिली। वह प्रतिबंधित दवाओं की सप्लाई रीवा तक करते थे। पुलिस ने मुखबिर तंत्र को सक्रिय किया। सभी पहलुओं की बारीकी से जांच की गई, जिसमें पाया गया कि रीवा में सप्लाई की जाने वाली नशीली कफ सिरप का लिंक टाटा फार्मा मेडिकल एजेन्सी (फर्म) अरविन्द जैन जिला सागर का होना पाया गया। आरोपियों को गिरफ्तार कर दोनों आरोपीगणों से बारीकी से पूछताछ की गई। प्राथमिकी साक्ष्यों का विशेष अध्ययन कर दोनों आरोपीगणों का पुलिस रिमांड माननीय न्यायालय से लिया गया एवं आरोपीगणों को जिला सागर में ले जाकर विवेचना में घर से सभी दस्तावेज एवं महत्वपूर्ण साक्ष्य जब्त किए गए।
रीवा के सरगना के माध्यम से करते थे तस्करी
पूछताछ में आरोपियों ने पुलिस को बताया की वह प्रतिबंधित नशीली दवाओं का अवैध कारोबार रीवा के सरगना के माध्यम से करते थे। आरोपियों की निशानदेही पर पर आरोपीगणों के सागर स्थित गोदाम में पुलिस ने दबिश दी। यहां पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने प्रतिबंधित दवाओं के 72000 नग जब्त किए। जिनकी कीमत एक करोड़ 22 लाख 40 हजार रुपए है। अभी तक की विवेचना में पुलिस द्वारा अन्य सभी जरूरी विभागों से संपर्क स्थापित किया जा रहा और उच्च स्तरीय विवेचना की जा रही है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
प्रतिबंधित दवाओं का अवैध कारोबार करने वालों पर कार्रवाई करने में निरी. श्री श्रृंगेश सिंह राजपूत थाना प्रभारी चोरहटा, उप निरीक्षक श्री शैल यादव, उप निरीक्षक इंद्राबली सिंह, सउनि श्री राजेश तिवारी, सउनि श्री नीरज सिंह बघेल, प्रधान आरक्षक श्री केपी सिंह, प्रधान आरक्षक श्री अश्वनी शुक्ला, आरक्षक श्री धनजय यादव, आरक्षक श्री नितिश सिंह बघेल, आरक्षक श्री शैलेन्द्र दीपांकर, आरक्षक श्री अरविंद यादव, आरक्षक श्री मोहित यादव, आरक्षक श्री रमाशंकर त्रिपाठी एवं सायबर सेल रीवा की टीम ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
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