प्रकृति के पर्यावरण को बचाने काली पन्नी कराई एकत्रित, रेंजर अरविंद अहिरवार की नई अनूठी पहल होगी कारगर
रायसेन। जिले के बेगमगंज वन परिक्षेत्र अधिकारी अरविंद अहिरवार पूरे जिले में नए-नए प्रयोगों के लिए पहचाना जा रहे हैं ।अब उन्होंने पौधारोपण के बाद यहां वहां फेंक देने वाली पन्नी को एकत्रित कराकर उसे दोबारा से रीसाइक्लिंग बनवाने के लिए भेज दिया गया है ।उनकी इस अभिनव पहल की जहां भूरी-भूरी प्रशंसा हो रही है। वहीं जिला सामान्य वनमंडला अधिकारी विजय कुमार ने आकर उनके इस कार्य को देखा और काफी सराहा।
हम आपको बता यह दें कि
लोगों को शुद्ध हवा उपलब्ध कराने और ऑक्सीजन की कमी को दूर करने चलते पूरे देश प्रदेश में लाखों करोड़ों पौधे लगाए जा रहे हैं ।पौधों को लगाते समय काली पॉलीथिन पौधे लगाते समय वहीं जमीन पर फेंक दी जाती है। वह पॉलिथीन जिसमें मिट्टी भरकर पौधे का बीज लगाया जाता है।
जो यहां वहां मिट्टी में मिलकर भूमि की उर्वरक शक्ति को कमजोर करती है। उसे डिस्पोज करने का ख्याल किसी को नहीं आया ।लेकिन बेगमगंज वनपरिक्षेत्र के रेंजर अरविंद अहिरवार ने पर्यावरण एवं जलीय जीव जंतु को बचाने के लिए अनूठा प्रयोग किया जो सफल रहा ।पिछले 25 दिनों में बेगमगंज तहसील में लगातार सैकड़ों पौधे लगाए गए ।परंतु रेंजर अहिरवार ने अपने विभाग के कर्मचारी वन पाल, वनरक्षक, बीट गार्ड, डिप्टी रेंजर, अग्नि मित्रों को पौधा रोपण के बाद काली पॉलीथिन इकट्ठी करवाकर अपने कार्यालय वापस बुला ली ।
और एकत्रित की गई काली पन्नी को दोबारा रिसाइकिल के लिए दे दी गई।
स्वयं की तैयार की हुई नर्सरी जिसमें दूध की पॉलिथीन से 20 हजार पौधे तैयार किए गए थे। बेगमगंज क्षेत्र में 3 लाख पौध रोपण होनी है जो सभी पंचायत ,किसानों को और जंगलों में पौधेरोपण वन भूमि में किए जा रहे हैं। परसौरा, सुल्तानगंज, बेगमगंज, महुआ खेड़ा, कटंगी, उमरखोह ,गोरखपुर, तुलसीपार वनक्षेत्र में हुए पौधों रोपण उसके बाद पन्नी इक्कठी करके कार्यालय ला रहे हैं।
एकत्रित काली पन्नी को बेचने के बाद जो भी राशिआएगी। वह पौधे जहां लगाए गए हैं वहां पर ट्री गार्ड लोहे की जाली लगवाकर उन्हें सुरक्षित किया जाएगा।
इस अनूठी पहल का बेगमगंज रेंजर अरविंद अहिरवार की बेगमगंज तहसील के समस्त कर्मचारी अधिकारी और आम लोग भूरी भूरी प्रशंसा कर रहे हैं।
Leave a Reply