देव शास्त्र गुरु का श्रद्धान ही सम्यक दर्शन का कारण है, ,,,पंडित अश्विनी नानावटी,,धर्म की शिक्षा के माध्यम से समाज के बच्चों ने सीखे के धर्म के गुण

शेख आसिफ sj न्यूज़ एमपी खंडवा

देव शास्त्र गुरु का श्रद्धान ही सम्यक दर्शन का कारण है, ,,,पंडित अश्विनी नानावटी,,धर्म की शिक्षा के माध्यम से समाज के बच्चों ने सीखे के धर्म के गुण,

शिविर समापन अवसर पर प्रभात फेरी के साथ सभी के कल्याण के लिए आज होगा भगवान का अभिषेक शांति यज्ञ,

खंडवा ।। प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी दिगंबर जैन मुमुक्ष मंडल एवं महिला मंडल द्वारा जैनत्व बाल संस्कार शिविर का आयोजन 23 मई से 28 मई तक सराफा जैन धर्मशाला में आयोजित हुआ, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि बांसवाड़ा से पधारे विद्वान पंडित अश्विनी नानावटी के मार्गदर्शन में शिविर अध्यापक आयुष शास्त्री दिल्ली, ईशान शास्त्री उदयपुर, मोहित शास्त्री खरेड़ी, नीता लोहाडिया खंडवा द्वारा समाज के बच्चों को धर्म की शिक्षा के माध्यम से धर्म के संस्कार सिखाए गए इन सात दिनों में बच्चों ने देव दर्शन के साथ नित्य नियम पूजा श्रीजी का अभिषेक शांति धारा एवं धार्मिक पुस्तकों के माध्यम से धर्म का ज्ञान अर्जन किया, बच्चों के साथ बड़ों ने भी श्री द्रव्य संग्रह मंडल विधान की पूजा में एवं प्रवचनों में धर्म की प्रभावना का लाभ लिया,

सोमवार को मंडल विधान की पूजा के साथ प्रवचन देते हुए पंडित अश्विन नानावती जी ने कहा कि ,,,जैन धर्म के हीरे मोती मैं बिखराउ गली गली पीलो रे कोई अमृत का प्याला,, जैन धर्म के मूल सिद्धांत भगवान महावीर स्वामी द्वारा प्रदत्त गौतम गणधरद्वारा प्रसारित आचार्य कुंदकुंद देव द्वारा संजोया और अध्यात्म सृष्टा पूज्य गुरुदेव श्री कानजी स्वामी के प्रभावना योग में प्रत्येक जीव भगवान आत्मा है और उसे आत्मा को समझने के लिए सर्वप्रथम सात तत्व, छै द्रव्य, नव पदार्थ में वस्तु स्वरूप का परिज्ञान होना अत्यंत आवश्यक है और उसे ज्ञान को प्राप्त करने के लिए वर्तमान में बाल गोपाल सभी को अपने जीवन में नैतिकता सदाचार शिष्टाचार और सच्चे देव शास्त्र गुरु के प्रति अत्यंत दृढ़ श्रद्धा होना अनिवार्य है पंडित जी पंडित जी ने कहा कि देव शास्त्र गुरु का श्रद्धान ही सम्यकदर्शन का कारण है और जो जीव अपने आत्मा को जानकर निरंतर स्वाध्याय आदि में संलग्न होकर आत्मा को ऊर्ध्व रखता है वह अल्पकाल में मुनी व्रत धारण करके मोक्ष सुख की प्राप्ति करेगा और मोक्ष ही मेरा लक्ष्य है ऐसे अनेक धार्मिक संस्कारों के साथ में अपना जीवन यापन करना चाहिए, समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि लक्ष्य के अनुरूप यह संस्कार शिविर सफल हुआ 28 मई मंगलवार को समापन अवसर पर प्रातः 6:30 बजे प्रभात फेरी 7:00 बजे विश्व शांति एवं सभी के कल्याण के लिए श्री जिनेंद्र देव का अभिषेक पूजन शांति यज्ञ प्रातः 9:30 बजे पंडित जी के प्रवचन के पश्चात 11:00 बजे वात्सल्य भोज का आयोजन होगा।

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