एकतरफा प्यार में भी एसिड अटैक की आशंका करही में विधिक सहायता शिविर का हुआ आयोजन
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष प्रधान जिला न्यायाधीश सुनिल कुमार जैन के निर्देश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव जिला न्यायाधीश सुजीत कुमार सिंह के मार्गदर्शन में लीगल एड डिफेन्स काउंसिल सिस्टम के डिप्टी चीफ रूपेश शर्मा एवं सिस्टम की शासकीय अधिवक्ता सुश्री निशा कौशल द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र करही में राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) मानसिक रुप से बीमार और विकलांग व्यक्तियों एसिड हमले से पीड़ित, नशा पीड़ितों को विधिक सेवा एवं नशा उन्मूलन जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर को सम्बोधित करते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ आकाश पाटीदार ने बताया कि एसिड अटैक के बाद किस तरह से मरीज को प्राथमिक चिकित्सा दी जाती है। प्राथमिक उपचार के बाद पीडित को शीघ्र नजदीक के अस्पताल में एडमिट कराया जाना चाहिये। विधिक सेवा के एल ए डी सी सिस्टम के डिप्टी चीफ रूपेश शर्मा ने कहा कि नालसा और सालसा द्वारा बहुत सी योजनाओं का संचालन किया जा रहा है। एसिड अटैक को लेकर भी विधिक सेवा द्वारा पीड़ित को न्याय दिलाने के साथ उसका उपचार और उसे आर्थिक मदद भी करती है। एसिड अटैक बहुत ही घातक अपराध की श्रेणी में आता है। इससे पीड़ित का शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ जाता है। यह किसी के साथ भी हों सकता है। कुछ मामलों में परिवार में भाई-भाई पर भी अटैक कर देते है। प्यार मोहब्बत के मामले में एकतरफा प्यार होने से भी प्रेमी द्वारा एसिड हमला कर दिया जाता है। राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण ऐसे पीड़ितों को आर्थिक सहायता भी प्रदान करती है।
लीगल डिफेंस सिस्टम की शासकीय अधिवक्ता सुश्री निशा कौशल ने कहा कि इस योजना के सरकारी वकील आरोपी की ओर से केस लड़ते है। गरीब वर्ग के लोग जिनके पास अपना मुकदमा लड़ने का आर्थिक आधार नही ंहोता है, उनकी पैरवी विधिक सेवा द्वारा की जाती है। आज की युवा पीढ़ी मानसिक रूप से कमजोर होकर अपराध कर बैठती है और डिप्रेशन का शिकार हो जाती है। इसलिये युवाओं को ध्यान अवश्य करना चाहिये। लडकियां भी घरेलू हिंसा दहेज हिंसा के कारण डिप्रेशन में चली जाती है।
राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण (नालसा) द्वारा 2016 में एसिड हमले के पीड़ितों के लिए विधिक सेवा योजना 2016 के माध्यम से पीड़ितों को सहायता दी जाती है। इस योजना के माध्यम से पीड़ित को चिकित्सा सुविधा पुनर्वास सेवा एव क्षतिपूर्ति एव अन्य सहायता प्रदान की जाती है। कार्यक्रम का संचालन पैरालीगल वालेंटियर दुर्गेश कुमार राजदीप ने किया। इस अवसर पर आशा कार्यकर्ता सुनीता कनासे, पेरामेडिकल स्टाफ से करीना सिटोले, खुशी सिटोले, चंदा वर्मा, रंजना बमनें, आदित्य चौहान सहित स्टाफ व मरीज उपस्थित रहे।
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