नरेन्द्र राय ब्यूरो चीफ रायसेन
लोकेशन रायसेन
रायसेन।मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ,स्वास्थ्य मंत्री डॉ प्रभुराम चौधरी की सहमति व विशेष पहल पर रायसेन में फोरलेन सड़क चौड़ीकरण नालों पुलियाओं का निर्माण और सौंदर्यीकरण के लिए 53 करोड़ रुपये मंजूर किए गए थे।यह ड्रीम प्रोजेक्ट सीएम और स्वास्थ्य मंत्री की पसंद का है।लेकिन ठेकेदारों पीडब्ल्यूडी। रायसेन के अधिकारियों की अनदेखी लापरवाही की वजह से पानी फिरता नजर आ रहा है।विभाग के प्रमुख सचिव सुखवीर सिंह ने एक एसडीओ दो इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया।तो जिम्मेदार विभाग के एक अधिकारी को सांसद, विधायक मंत्री बचाने और पीएस सुखवीर सिंह क्यों जुटे हुए हैं।जितने दोषी एसडीओ इंजीनियर थे उससे ज्यादा दोषी ईई श्री किशन वर्मा भी हैं। व्यापारियों आमलोगों का कहना है कि भले ही उनका रिटायर्ड मेंट 30 अप्रैल 2023 को है लेकिन सस्पेंड कार्रवाई और विभागीय जांच की गाज गिरना चाहिए।
दरअसल 32 करोड़ की लागत से पीडब्ल्यूडी विभाग द्वारा रायसेन सिटी में किया जा रहा सड़क चौड़ीकरण का कार्य इन दिनों जनता में हास्यास्पद बना हुआ है। पहले घटिया निर्माण, फिर बार-बार पेंचवर्क और फिर सड़क को खोदकर दोबारा निर्माण। आखिर विभाग के डिग्री धारी इंजीनियर और ठेकेदार करना क्या चाह रहे हैं।यह बात किसी के समझ में नहीं आ रही है। हालांकि, तेज तर्रार पीएस सुखवीर सिंह के निरीक्षण में घटिया निर्माण पाए जाने पर चार अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया था। उसके बाद शाम को शहर के सांची मार्ग पर सर्किट हाउस के सामने वाली सड़क को दोबारा बनाने के लिए एक बार फिर खोद दिया गया।इससे पहले इस सड़क पर कई बार डामर का पेंचवर्क हो चुका है, हास्यास्पद बात तब हो जाती है, जब अधिकारियों के दौरे के भय से ठेकेदार द्वारा डामर की सड़क पर सीमेंट और काॅन्क्रीट से पेंचवर्क कर दिया जाता है। हालांकि जांच के बाद इस मामले में चार अधिकारियों पर निलंबन की गाज गिर चुकी है। अब देखना यह है कि विभाग के इंजीनियर और ठेकेदार इस सड़क पर और कौन-कौन सा नया प्रयोग करने वाले हैं। ज्ञात हो कि शहरवासियों के आरामदायक व बेरोकटोक आवागमन के लिए बनाए जा रहे फोरलेन निर्माण में घटिया गुणवत्ता की परतें एक के बाद एक खुल रही हैं। एक ओर जहां इस फोरलेन में जगह-जगह डामर उखड़ गया है। वहीं कुछ जगह पर सड़क धंस गई है।
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