ब्रजेश पाटिल हरदा
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*हरदा जिले में जल उपयोगिता समिति की बैठक हुई सम्पन्न*
जिला जल उपयोगिता समिति की बैठक मंगलवार को कृषि उपज मण्डी के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में विधायक डॉ. आर.के. दोगने एवं अभिजीत शाह के साथ-साथ जिला पंचायत उपाध्यक्ष दर्शनसिंह गेहलोत, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रोहित सिसोनिया व जिला पंचायत सदस्य ललित पटेल सहित अन्य अधिकारी व किसान प्रतिनिधि मौजूद थे। बैठक में ग्रीष्मकालीन मूंग सिंचाई वर्ष 2024 के लिये बांई तट मुख्य नहर में जल प्रवाह छोड़ने की तिथि पर चर्चा की गई तथा पानी की मांग का निर्धारण किया गया। विधायक डॉ. आरके दोगने ने इस अवसर पर कहा कि जल संसाधन विभाग में कर्मचारियों की कमी है। अतः नहर से जल प्रदाय की मॉनिटरिंग के लिये जिला प्रशासन को अतिरिक्त स्टाफ की व्यवस्था करनी चाहिए। बैठक में किसानों ने सुझाव दिया कि 18 मार्च तक तवा डेम से मूंग फसल के लिये पानी छोड़ने की व्यवस्था की जाए ताकि 20 मार्च तक हरदा जिले में मूंग फसल की सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध हो सके।
टिमरनी विधायक अभिजीत शाह ने बैठक में कहा कि यह प्रयास किया जाना चाहिए कि अंतिम छोर के किसान तक नहर से पानी पहुँच सके। जिला पंचायत के सीईओ रोहित सिसोनिया ने बैठक में जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि ओसराबंदी कार्यक्रम पूर्व सूचना देकर जारी किया जाए और कोशिश की जाए कि नहर के अंतिम छोर पर स्थित किसान तक पानी हर हाल में पहुँचे। उन्होने कहा कि नहर से सिंचाई के लिये जल प्रदाय व्यवस्था में आवश्यकता पड़ने पर पुलिस बल व अतिरिक्त कर्मचारियों की व्यवस्था की जाएगी। सीईओ रोहित सिसोनिया ने निर्देश दिये कि जल उपयोगिता समिति की आगामी बैठकों में अधीक्षण यंत्री जल संसाधन नर्मदापुरम् को आवश्यक रूप से बुलाया जाए ताकि वे हरदा में आयोजित बैठक में लिये गये निर्णयों के बारे में नर्मदापुरम् में आयोजित संभाग स्तरीय बैठक में जानकारी दे सकें।
कार्यपालन यंत्री जल संसाधन विभाग डी.के. सिंह ने बताया कि तवा जलाशय में वर्तमान में जल भण्डारण का स्तर 355.518 मीटर है। इस जल स्तर पर जलाशय में उपयोगी जल भण्डारण क्षमता 1000 मिलियन घन मीटर है। इसमें से हरदा एवं नर्मदापुरम् जिले के किसानों की मूंग की फसल के लिये 930 मिलियन घन मीटर पानी उपलब्ध हो सकेगा। उन्होने बताया कि हरदा संभाग के 19135 हेक्टेयर तथा टिमरनी संभाग अंतर्गत 19325 हेक्टेयर सहित कुल 38460 हेक्टेयर क्षेत्र में मूंग फसल की सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध कराया जाएगा। बैठक में किसान प्रतिनिधियों ने कहा कि हरदा जिले के किसानों को उनके हक का पूरा पानी मूंग फसल की सिंचाई के लिये मिलना चाहिए।
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