इरफान अंसारी की रिपोर्ट
अमलतास मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थियों ने अपशिष्ट पदार्थों से बनाए बॉन मॉडल
नवीन सत्र के 250 विद्यार्थियों को हड्डी पर आधारित दिया था असाइनमेंट
देवास। अमलतास मेडिकल कॉलेज के नवीन सत्र 2023-23 के विद्यार्थियों ने अपशिष्ट पदार्थों से बॉन मॉडल बनाए। एनएमसी पाठ्यक्रम में स्व-निर्देशित शिक्षा अनुसार विभाग में विभिन्न गतिविधियों का संचालन किया गया। इसके अंतर्गत अमलतास में एनाटॉमी विभाग ने आयोजित गतिविधियां में 250 छात्र-छात्राओं की भागीदारी शामिल थी। इनमें से एक असाइनमेंट था, जिसमें हड्डी (ऊपरी या निचले अंग की कोई भी हड्डी) का मॉडल (अपशिष्ट से) तैयार करने का कार्य दिया गया था।
विद्यार्थियों ने विभिन्न विषयों पर चार्ट भी तैयार किये एवं हड्डीदार विशेषताओं और लगाव को दिखाने के लिए अपने विचारों का उपयोग किया। उन्होंने नरम मिट्टी, कागज, प्लास्टर ऑफ पेरिस, स्लिवर फ़ॉइल और गेहूं के आटे जैसी विभिन्न सामग्रियों से हड्डियां तैयार की। मूल मानव हड्डियों की कमी और कृत्रिम हड्डी मॉडल की लागत प्रभावशीलता के कारण, यह सीखने का अच्छा तरीका है एवं शरीर रचना विज्ञान सीखने के लिए हड्डी बनाना अधिक कारगर विकल्प है। घर में उपयोग में नहीं होने वाले सामग्री से हड्डी संरचना एवं अध्ययन के लिए थ्री-डी माडल, जिसमें रेडियस, क्लेविक्ल, आर्टिकुलेट हैंड ,उल्ना बनाए गए। इनके निर्माण में छात्र-छात्राओं ने अपनी विलक्षण प्रतिभा का प्रदर्शन किया। विद्यार्थियों को सटीकता और परिशुद्धता के मापदंडों के आधार पर प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया। एनाटॉमी विभाग के एचओडी डॉ. प्रज्ञा प्रदीप कुलकर्णी, डॉ. नारायण परमार, डॉ. पीजी सुझन, डॉ. नेहा सिंह ने छात्रों के इस विशेष कौशल की सराहना की। इस गतिविधि का संचालन अमलतास मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. एके पिठावा के मार्गदर्शन में संपन्न हुआ। अमलतास इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के चेयरमैन मयंकराज सिंह भदौरिया ने बताया, कि अमलतास कॉलेज नवीन तरीके से पढ़ाने के लिए हमेशा प्रोस्ताहित करता है। विद्यार्थियों ने भी उसी उत्साह के साथ इसमें भाग लिया।
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