पद्मभूषण’ माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्यतिथि पर पत्रकार साथियों ने किया नमन, तीन पुलिया स्थित दादा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई

संवाददाता, शेख़ आसिफ

लोकेशन खंडवा
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,पद्मभूषण’ माखनलाल चतुर्वेदी की पुण्यतिथि पर पत्रकार साथियों ने किया नमन,

तीन पुलिया स्थित दादा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर पुष्पांजलि अर्पित की गई,

एंकर,प्रसिद्ध कवि, लेखक और पत्रकार ’पद्मभूषण’ माखनलाल चतुर्वेदी की 30 जनवरी को पुण्यतिथि पर पत्रकार साथियों समाजसेवियों द्वारा मां का दादा की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें नमन किया । मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ के जिला अध्यक्ष मनीष गुप्ता ने माखनलाल चतुर्वेदी का देश के लिए योगदान और उनकी रचनाओं को याद करते हुए कहा कि माखनलाल जी ने अपनी प्रभावशाली लेखनी से लोगों में राष्ट्र प्रेम की भावना को जागृत किया और उन्हें आजादी की लड़ाई में सक्रिय सहयोग के लिए प्रेरित किया। आजादी की लड़ाई के दौरान वे कई बार जेल गए। उनकी रचनाओं में प्रकृति प्रेम के साथ त्याग, बलिदान और देश भक्ति का अनूठा संगम दिखाई देता है।

वी ओ:उनके द्वारा स्वतंत्रता संग्राम के दौरान बिलासपुर के सेन्ट्रल जेल में लिखी गई लोकप्रिय रचना ’पुष्प की अभिलाषा’ इसका सुंदर उदाहरण है। माखनलाल चतुर्वेदी जी का साहित्य और देश के लिए अमूल्य योगदान लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। समाज सेवीव पत्रकार सुनील जैन ने बताया कि स्वतंत्रता की लड़ाई में काफी देशवासियों ने संघर्ष किया उनमें एक नाम दादा माखनलाल चतुर्वेदी जी का आता है जिन्होंने स्वतंत्रता की लड़ाई कलम के माध्यम से लड़ी, हमारा सौभाग्य है कि दादाजी की इस नगरी को कर्मभूमि मू बनाया और यहीं पर उन्होंने अपने प्रेस की स्थापना की थी, आम कहावत थी- जब तोप मुकाबिल हो तो अखबार निकालो। और सच कहें तो अखबार की ताकत का अहसास स्वतंत्रता के दीवानों को हो गया था। सारे देश में आन्दोलन से जुड़े लोगों ने अखबारों के माध्यम से जैसी जनचेतना जागृत की, वह महत्व की है। अखबार के एक हथियार के रूप में इस्तेमाल के इस दौर में दादा का कर्मवीर एक प्रमुख नाम बन गया।
माखनलाल चतुर्वेदी का साहित्य और देश के लिए अमूल्य योगदान लोगों को हमेशा प्रेरित करता रहेगा। इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार प्रमोद सिन्हा, व मध्य प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार संघ राज्य शासन से मांग की है कि दादा की प्रतिमा को उचित स्थान दिया जाए, साथ ही खंडवा में राष्ट्रीय संग्रहालय पंडित माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर मनाया जाए, और माखनलाल चतुर्वेदी के नाम पर राष्ट्रीय सम्मान खंडवा से दिया जाए इसकी मांग की है।

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