शेख आसिफ़ ब्यूरो खंडवा
शहर में आज धार्मिक उल्लास से मनाई जाएगी भैरव अष्टमी हवन-पूजन के साथ होंगे भंडारे,उज्जैन की तोप से देंगें सलामी।
खंडवा। प्रतिवषानुर्सार इस वर्ष भी शहर में कालभैरव अष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया जाएगा। शहर के भैरव बाबा मंदिरोंं में पर्व को लेकर विशेष तैयारियों के साथ ही आकर्षक साज-सज्जा की गई है। मार्गशीर्ष महीने की कृष्ण पक्ष के आठवें दिन कालभैरव अष्टमी का व्रत रखा जाता है। शिवपुराण के अनुसार इसी दिन भगवान शिव ने कालभैरव के रूप में अवतार लिया था। इन्हें काशी का कोतवाल माना जाता है। कालभैरव अष्टमी व्रत भय और दुखों से मुक्ति दिलाने वाला माना गया है। इस दिन विशेष रूप से शिव जी की भैरव और ईशान नाम से पूजा की जाती है। समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि भरत की भारत भूमि ऋषि-मुनियों की भूमि मानी जाती है और यहां देवी-देवताओं की पूजा अर्चना के साथ उनके रक्षकों की भी पूजा की जाती है। इंदौर रोड़ स्थित कालभैरव चौराहे पर भी प्रतिवषानुर्सार इस वर्ष भी श्री महाकाल भैरव अष्टमीं हर्षोल्लास के साथ आज मनाई जाएगी। मंदिर पुजारी ठा. नरेन्द्रसिंह पंवार (नानू बाबा) ने बताया कि भक्तों द्वारा सुबह 9 बजे सन्मत्ति नगर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी। प्रात: हवन-यज्ञ भी होगा। दोपहर 12 बजे से विशाल भंडारे का आयोजन भी होगा। वही रामनगर स्थित स्वयंभू प्रकट कालभैरव मंदिर में भैरव अष्टमी का पर्व उत्साह से मनाया जाएगा। भैरव अष्टमी की बाबा की पालकी धूमधाम से निकाली जाएगी, तत्पश्चात रात्रि 8 बजे भजन संध्या एवं जागरण होगा। मंगलवार को भैरव अष्टमी पर सुबह 8 से 10 बजे तक बाबा का श्रृंगार, छप्पन भोग, अपरान्ह 11 बजे हवन, दोपहर 12 बजे आरती एवं 12.30 बजे विशाल भंडारा आयोजित होगा। इसी तरह घंटाघर स्थित कालभैरव मंदिर में भी भैरव अष्टमी पर प्रात: अभिषेक, श्रृंगार, पूजा एवं विश्व शांति एवं सभी के कल्याणार्थ हवन के साथ प्रसादी एवं शाम को बच्चों द्वारा जयंती पर केक काटा जाएगा । समाजसेवी सुनील जैन ने बताया कि भैरव अष्टमी पर शहर के रामगंज स्थित बटुक भैरव, माता चौक काल भैरव, पड़ावा स्थित भैरव मंदिर, मालीकुआ स्थित बाल भैरव मंदिर, झीलोद्यान काल भैरव मंदिर, जय अंबे चौक काल भैरव, बड़ाबम स्थित भैरव मंदिर, नवचंडी भैरव मंदिर के साथ ही अन्य भैरव मंदिरों में भैरव अष्टमी का पर्व उत्साह के साथ मनाया जाएगा।
108 तोपो की दी जाएगी सलामी
इंदौर नाका स्थित महाकाल भैरव बाबा मंदिर पर भैरव अष्टमी के पावन पर्व सन्मति नगर से महाकाल भैरव मंदिर तक निशान यात्रा निकाली जाएगी। इस दौरान उज्जैन के कलाकारों द्वारा तोपों से फूलों की बरसात कर महाकाल बाबा को 108 तोपों की सलामी दी जाएगी।
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