रिपोटेर:- शेख आसिफ ब्यूरो चीफ Sj न्यूज़ खंडवा
लोकेशन:- खंडवा
खंडवा 26 मार्च, 2023 – आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत् आभा आईडी बनाये जाने हेतु आम नागरिकों में जागरुकता लाने के लिए रविवार को सिविल सर्जन कॉफ्रेंस हॉल खण्डवा में मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. शरद हरणे ने बताया कि इस योजना का लक्ष्य सभी की आभा आईडी बनाना है। इस आईडी से लाभ यह हैं कि यदि कोई व्यक्ति जो पूर्व से ही किसी बीमारी से ग्रसित है उसकी आभा आईडी बनाकर उसकी बीमारी व उपचार से संबंधित जानकारी एवं दस्तावेज इस आईडी में अपलोड किये जायेंगे। इससे वह व्यक्ति किसी भी स्वास्थ्य संस्था में उपचार हेतु जाता है तो उसको साथ में फाइल या दस्तावेज ले जाने की आवश्यकता नही पड़ेगी। वह अपना आधार नंबर या आभा आईडी क्रंमाक स्वास्थ्य संस्था में बताकर अपने उपचार व बीमारी की फाइल खुलवा सकता है।
इस दौरान जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रश्मि कौशल ने बताया कि खण्डवा जिले में अभी तक 2 लाख 93 हजार 466 लोगों के आभा आईडी बनाये जा चुके है। जिले में लगभग 13 लाख से अधिक लोगों की आभा आईडी बनाना है, इसलिए समस्त जनसमुदाय कोे जागरुक करने के लिए मीडिया कार्यशाला के माध्यम से आभा आईडी के संबंध में जानकारी दी गयी है। आभा आईडी जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र और उपस्वास्थ्य केन्द्र पर नि:शुल्क बनाई जा रही हैं। डॉ. हरणे ने सभी नागरिको से अपील की है कि वे अपनी डिजिटल आभा आईडी बनवायें।
आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत सरकार द्वारा आभा आईडी को पेश किया गया है। यह एक तरह का हेल्थ आईडी कार्ड है, जो आपके हेल्थ का पूरा डाटा रखता है। आने वाले समय में आभा आईडी के तहत कहीं भी इलाज कराने जाते हैं तो आपको अपने इलाज के पुराने कागज और बीमारी के बारे में डॉक्टर से बताने की आवश्यकता नहीं होगी। वह आपका हेल्थ कार्ड देखकर ही जान सकेंगे कि आपने पहले किन चीजों का कहां-कहां इलाज कराया है और आपकी स्थिति कैसी है। डॉ. कौशल ने बताया कि जिनका आधार कार्ड मोबाइल नंबर से लिंक है वे नागरिक अपने घर बैठे ही मोबाइल से आभा आईडी बना सकते है। आभा, स्वास्थ्य आईडी, आधार कार्ड या ड्राइविंग लाइसेंस का उपयोग करके 14 अंकों की संख्या जनरेट की जा सकती है। पंजीकरण करने के लिए, उपयोगकर्ताओं को healthid.ndhm.gov.in पर जाना होगा और ‘आभा नंबर बनाएं’ पर क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको मौजूदा नंबर दर्ज करना होगा, इसके बाद ओटीपी सत्यापन होगा और उपयोगकर्ताओं को अपना नाम, लिंग, जन्म तिथि, मोबाइल नंबर और ईमेल पता सहित विवरण भरना होगा।
मीडिया कार्यशाला में आर.एम.ओ. डॉ. अनिरुद्ध कौशल, मीडिया अधिकारी श्री व्ही.एस.मण्डलोई, एम.एंड.ई. अधिकारी श्री आशीष गीते, जिला कॉर्डिनेटर श्री महेन्द्र सिंह गौर व मीडिया प्रतिनिधि मौजूद थे।
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