मोहन शर्मा SJ न्यूज एमपी
भोपाल । राजस्व संरक्षण एवं बोगस जीएसटी पंजीयन के विरुद्ध चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत मध्य प्रदेश में सबसे बड़े बोगस डीलर रैकेट का राजफाश हुआ है। मध्य प्रदेश स्टेट जीएसटी विभाग द्वारा वाणिज्यिक कर आयुक्त लोकेश कुमार जाटव के निर्देशन में डाटा का विश्लेषण कर प्रदेश में बोगस करदाताओं का नेटवर्क पकड़ा है।
डाटा एनालिसिस के दौरान इंदौर के एक संदिग्ध व्यवसायी से बोगस व्यवसायियों की चेन प्रारंभ हुई, जिनके पंजीयन में दर्ज पेन, मोबाइल नंबर एवं ई-मेल एड्रेस के आधार पर विश्लेषण किया गया। प्रथम चरण में चिन्हांकित मध्य प्रदेश के 14 संदिग्ध व्यवसायियों पर जीएसटी अधिनियम 2017 के अंतर्गत कार्रवाई की गई। पूरे देश में चार हजार 900 व्यवसायी संदिग्ध पाए गए, जिनमें मध्य प्रदेश से संबंधित 139 व्यवसायी है।
वाणिज्यिक कर विभाग के अधिकारियों का कहना है कि अभी जांच चल रही है लेकिन अभी तक पूरे देश में फैले बोगस डीलरों के नेटवर्क में चार हजार 900 जीएसटी पंजीयन को चिन्हित किया गया है। इसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, तेलंगाना सहित अन्य राज्य भी शामिल हैं।
प्रारंभिक जांच में दो वित्तीय वर्षों (2021-22 एवं 2022-23) में कर एवं आइटीसी के रूप में आठ हजार 100 करोड़ रूपये से अधिक का कर चोरी पाई गई है। इस नेटवर्क में शामिल करदाताओं द्वारा इन दो वर्षों में जीएसटी रिटर्न में 29 हजार करोड़ रुपये का टर्नओवर दर्शाया है। अभियान के अंतर्गत संदिग्ध करदाताओं का निर्धारित मानदंड के आधार पर चिन्हांकन कर आनलाइन मोबाइल एप्लीकेशन से भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। इस पद्धति से रियल टाइम डाटा का संग्रहण संभव हो पा रहा है।
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