कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम आत्मा के गवर्निंग बोर्ड की हुई बैठक
कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा की अध्यक्षता में 21 नवंबर को कृषि विस्तार सुधार कार्यक्रम आत्मा की बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में आत्मा परियोजना द्वारा किसानों को तकनीकी मार्गदर्शन के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की गई। बैठक में डिप्टी कलेक्टर सुश्री पूर्वा मण्डलोई, उप संचालक कृषि श्री एमएस सोलंकी, परियोजना संचालक आत्मा श्री एम.एस. कनाश, उप परियोजना संचालक आत्मा डॉ. मना सोलंकी, उप संचालक उद्यानिकी श्री केके गिरवाल, सहायक संचालक श्री प्रकाश ठाकुर, पशु चिकित्सा विभाग के श्री पटेल, कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिक डॉ. जे.एस. कुलमी जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र के महा प्रबंधक श्री आत्माराम सोनी, एफपीओ के सदस्य,
आत्मा परियोजना के बीटीएम व एटीएम, सहित अन्य विभाग प्रमुख, आदान विक्रेता संघ प्रतिनिधि, कृषक एवं गवर्निंग बोर्ड के सदस्य उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बैठक में अधिकारियों से कहा कि राज्य के बाहर एवं राज्य के भीतर उन्हीं किसानों को प्रशिक्षण पर ले जाएं, जो नई तकनीक को सीखना और अपनाना चाहते हैं। प्रशिक्षण से आने के बाद अधिकारी यह भी देखें कि उन किसानों ने अपने खेतों में उस पर कितना अमल किया है। प्रशिक्षण पर जाने वाले किसानों द्वारा प्रशिक्षण के बाद किये जाने वाले कार्यों से जिले के अन्य किसानों को प्रोत्साहन मिलना चाहिए। जिले में उन्हीं फसलों को प्रोत्साहित किया जाए जो इस जिले की जलवायु एवं मिट्टी के अनुकूल हो। कलेक्टर श्री शर्मा ने जैविक खेती को प्रोत्साहन देने के लिए इच्छुक किसानों को केचुआ खाद तैयार करने का प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कृषको द्वारा नई तकनीकी ज्ञान प्राप्त कर निरीक्षण टीप लिया जाए, ताकि किसान अपने खेतों पर नई-नई तकनीक अपनाकर आय बढाये।
बैठक में आत्मा अंतर्गत वर्ष 2024-25 घटको की लक्ष्य एवं पूर्ति की जानकारी दी गई। बैठक में बताया गया कि आत्मा परियोजना के द्वारा जिले के किसानों को विभिन्न फसलों के तकनीकी प्रशिक्षण के लिए राज्य के बाहर एवं राज्य के भीतर नियमित रूप से भेजा जा रहा है। आत्मा परियोजना के प्रयासों से खरगोन जिले के झिरन्या ब्लॉक में 300 से 400 किसानों द्वारा संतरे की खेती प्रारंभ की गई है। इससे प्रेरित होकर भगवानपुरा ब्लॉक में भी लगभग 300 किसानों ने संतरे की खेती प्रारंभ की है। जिले में मौसंबी एवं थाई अमरूद की खेती के प्रति भी किसानों की रूचि बढ़ रही है। बड़वाह विकासखण्ड के ग्राम ढकलगांव में एक किसान द्वारा ड्रेगन फु्रट की खेती की जा रही है। झिरन्या ब्लॉक में तीन किसानों संजय, सिलदार, विजय डावर एवं पन्नालाल सोलंकी द्वारा महाराष्ट्र के सतारा जिले से प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद स्ट्राबैरी की खेती की जा रही है। जिले में कड़कनाथ, स्वीट कॉर्न, सफेद मूसली एवं एजोला पीट पर प्रशिक्षण दिया जाना प्रस्तावित है।
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