मोहन शर्मा SJ न्यूज़ एमपी अशोकनगर
Ashoknagar News: एमपी में अलग अलग तरह की कई तस्वीरें अक्सर सामने देखने को मिलती है, इस बार जो तस्वीर सामने आई है वो भी कुछ अलग ही है. आपने अक्सर मरीजो को लाते ले जाते हुए तो एम्बुलेंस को देखा ही होगा और जब ये एम्बुलेंस चालक सायरन बजाते है तो हम लोग अपना रास्ता छोड़कर एम्बुलेंस को निकलने के लिए जगह देते है. अब आप सोचिए कि अगर एम्बुलेंस में पपीते भरे हो ओर एम्बुलेंस चालक सायरन बजाते हुए निकले तो आपको सुनकर कैसा लगेगा. और अगर आपको पता चल जाए की इसमें मरीज की जगह पपीते भरे हैं तो आप आगे आने वाले समय में शायद एम्बुलेंस को रास्ता न दें.ऐसी ही कुछ तस्वीर अशोकनगर जिले से सामने आई है. जिसमे एक एम्बुलेंस में उसका चालक पपीते भर कर बेचता हुआ नजर आया. नीली बत्ती लगी इस गाड़ी से पपीते खाली होते देख चालक से पूछा तो वह न ताे अपना नाम बता रहा था न ही कुछ काे बोलने तैयार हो रहा था. आनन-फानन में बाद में एंबुलेंस में रखा आधा माल लेकर वहां से भाग गया. एंबुलेंस पर एमएच -12, टीआरईएमएस 855 नंबर लिखा था.
मरीजों के बदले व्यापारी का काम करने में लगी एम्बुलेंस
अक्सर हम देखते हैं गम्भीर मरीजो को लाने ले जाने के लिए एम्बुलेंस नही मिलती, पिछले कुछ समय मे ऐसी कई तस्वीर देखने मे आई जब किसी की मौत के बाद उसको हाथ ठेला, साइकिल, रिक्शा, या पीठ से बांधकर उसके परिजन घर तक ले गए.
फिलहाल दुकानदार ने बताया है कि उसने गुना से पपीता खरीदा था, लेकिन उसको ये नही पता एम्बुलेंस किसकी थी और उसमें कैसे पपीता भर कर आया है
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