बुरहानपुर के नगरीय विकास कार्यों को लेकर पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्रसिंह एवं प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई से की मुलाकात

शेख आसिफ SJ न्यूज एमपी

बुरहानपुर। पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने भोपाल में नगरीय विकास एवं आवास विभाग मंत्री भूपेन्द्रसिंह एवं नगरीय विकास एवं अवास विभाग के प्रमुख सचिव नीरज मंडलोई से मुलाकात कर बुरहानपुर जलावर्धन योजना से जलप्रदाय शीघ्र प्रारंभ करने एवं बुरहानपुर नगरीय क्षेत्र के नालों से ताप्ती नदी में होने वाले प्रदूषण को रोकने हेतु अमृत 2.0 में विशेष प्रावधान की स्वीकृति को लेकर विस्तृत चर्चा की।बुरहानपुर जलावर्धन योजना से जलप्रदाय शीघ्र करें प्रारंभपूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि नगर निगम बुरहानपुर के लिए वर्ष 2009 के सतत प्रयास के बाद वर्ल्ड बैंक के माध्यम से स्वीकृत 130 करोड़ से भी अधिक लागत की स्वीकृत बुरहानपुर जलावर्धन योजना का क्रियान्वयन एमपीयूडीसी द्वारा वर्ष 2017 में किया जा रहा है। किन्तु योजना अभी तक पूर्ण नहीं हो सकी है। निर्माण एजेंसी को छठवी बार समय वृद्धि स्वीकृत की गई है और अब योजना 30 जून तक पूर्ण होगी। इस प्रकार शासन की इतनी भारी राशि व्यय होने के बाद भी इस ग्रीष्मकाल में बुरहानपुर के नागरिकों को योजना से जल प्रदाय नहीं हो सकेगा। श्रीमती चिटनिस ने कहा कि नगर निगम बुरहानपुर गंभीर जल संकट वाला निकाय है जहाँ पर वर्तमान में जल प्रदाय व्यवस्था पूरी तरह से भूजल स्त्रोतों पर आधारित है। ऐसी परिस्थिति में निर्माण एजेंसी द्वारा काम में अनावश्यक विलंब करने से नागरिकों को पानी की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। शहर के कई क्षेत्रों में वितरण पाईप लाइन भी नहीं डाली गई है और निगम पर भूजल आधारित अत्यंत खर्चीली व्यवस्था का व्यय भार बढ़ता जा रहा है। इस संबंध में महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल द्वारा अवगत कराया गया है कि उनके अनेक अनुरोध के बाद भी निर्माण एजेंसी द्वारा कार्य की गति नहीं बढ़ाई गई है और अनेक स्थानों पर सड़क की सतह से बहुत कम गहराई पर पाईप लाईन डाली गई है जो भविष्य में संचालन संधारण की समस्या उत्पन्न करेगा।श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि शासन के महत्वाकांक्षी कायाकल्प अभियान से नगर निगम क्षेत्र की प्रमुख सड़कों का पुनर्निर्माण किया जाना है। इस संबंध में निगम द्वारा टेण्डर प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गई है किन्तु जलप्रदाय योजना का निर्माण करने वाली एजेंसी द्वारा डिस्ट्रीब्यूशन लाईन का परीक्षण व घरेलू नल कनेक्शन की कार्यवाही पूर्ण नहीं किए जाने से कायाकल्प में प्रस्तावित सड़कों के निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न होगी और जिस उद्देश्य से यह योजना प्रारंभ की गई है उसे पूरा होने में गंभीर अवरोध होगा।ताप्ती नदी में होने वाले प्रदूषण को रोकने हेतु रखी मांगपूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने ताप्ती नदी में मिलने वाले बुरहानपुर शहर के नालों के पानी के उपचार व डिस्पोजल के लिए अमृत 2.0 अंतर्गत प्रस्तावित सीवरेज योजना की व्यय सीमा को विस्तारित कर इस कार्य को भी शामिल करने अथवा पृथक से योजना तैयार कर उसके क्रियान्वयन हेतु अतिरिक्त अनुदान स्वीकृति प्रदान करने की बात कही। उन्होंने कहा कि बुरहानपुर शहर से प्रवाहित होने वाली ताप्ती नदी में वर्तमान में शहर के विभिन्न स्थानों से आने वाले 16 नाले बिना किसी उपचार के नदी में प्रवाहित हो रहे हैं जिससे बुरहानपुर शहर का प्रदूषित जल ताप्ती नदी को प्रदूषित कर रहा है। इन नालों के जल का यथोचित शोधन करने की आवश्यकता है। अमृत योजना के प्रथम चरण में नगर निगम बुरहानपुर के लगभग आधे भाग में सीवरेज योजना का क्रियान्वयन किया गया है और शेष भाग में सीवरेज योजना अमृत 2.0 में कराने के लिए डीपीआर बनाने की कार्यवाही प्रचलित है। योजना के अंतर्गत निगम की व्यय सीमा निर्धारित है जिसमें सीवरेज योजना की लागत के अतिरिक्त, नदी में मिलने वाले नालों के पानी के उपचार व डिस्पोजल के लिए अतिरिक्त राशि की आवश्यकता होगी। अमृत 2.0 में जल स्त्रोतों के संरक्षण व संवर्धन के उद्देश्य की पूर्ति के लिए ताप्ती नदी में नालों के पानी से होने वाले प्रदूषण को रोका जाना अत्यंत आवश्यक है।

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