उज्जैन ख़ाकी टीम जज़्बे और फ़ौलादी हौसलों से लबरेज़ होकर निकली फ्लैग मार्च,पूरी टीम मुखिया के साथ कुछ कर गुज़रने से के जज़्बे के साथ उतरी सड़कों पर

इरफान अंसारी SJ न्यूज एमपी उज्जैन

बीते महीने भर से अपराध और अपराधियों ने उज्जैन शहर की शांत फ़िज़ाओं में डर और आतंक का ख़ौफ़ नुमा ज़हर फैला दिया था। इसी के चलते लोग खौफ़जदा नज़र आ रहे थे। लोगों को बेख़ौफ और अपराधियों खौफ़जदा करने के मंसूबों के साथ शनिवार को ख़ाकी ने शहर में फ्लैग मार्च निकाला। जिसमें अपनी अलग कार्यशैली के लिए पहचाने जाने वाले आईजी सन्तोष कुमार सिंह भी अपने मातहतों के साथ उज्जैन की वीथियों (गलियों सडकों) में जज़्बे और हौसलों के साथ करीब 10 किलो मीटर तक चले। यहाँ ये गौरतलब है कि आईजी सिंह इंदौर और ग्वालियर में जब पदस्थ थे तब भी उनकी ऐसे ही आक्रामकता बरक़रार थी और पुलिसिंग का यही अंदाज था।
दस किलो मीटर का मई में मार्च

शनिवार को निकले इस मार्च में आई जी सन्तोष कुमार सिंह के साथ डीआईजी अनिल सिंह कुशवाह, एसपी सचिन शर्मा, सारे एएसपी,सीएसपी,थानापति और फोर्स शामिल हुए। ख़ाकीधारियों का काफ़िला हरिफाटक ब्रिज से शुरुआत होकर बेगमबाग,नलिया बाखल,तोपखाना लोहे का पुल, कसाईबाड़ा,गुदरी,गोपाल मंदिर
,कमरी मार्ग,केडी गेट,खजूरवाली मस्जिद,निकास,बियाबानी,बीमा
चौराहा,कोयला फाटक,सुभाषमार्ग,चामुंडा माता मंदिर,टावर चौक,तीन बत्ती,सिंधी कॉलोनी,दो तालाब, नानाखेड़ा चौराहा के पहले कबेलू कारखाना तरफ गली में होते हुए लोहार पट्टी होते हुए पुनः हरी फाटक ब्रिज तक आतंकी अपराधियों को डराता धमकाता ख़ौफ़ फैलाता गुजरा….

देर रात तक डटे रहे थानापति

शाम को वरिष्ठों के साथ दस किलो मीटर के फ्लैग मार्च में शामिल रहे थानापतियों ने देर रात तक चैकिंग अभियान चला कर कमान संभाली। रात एक बजे नानाखेड़ा थानापति ओपी अहीर भी अपनी टीम के साथ चेकिंग में डटे नज़र आए।
तो उधर थाना चिमंगज थाना प्रभारी चन्द्रिका सिंह यादव भी अपनी टीम के साथ चौराहे पर डटे रहे तो उधर एसपी सचिन शर्मा भी गाड़ी से घूमकर दौरा करते नज़र आए आधी रात तक चेकिंग चलती रही
पिछले एक पखवाड़े के ही बदमाशों के कारनामों पर अगर नज़र दौड़ाई जाए तो वो इस तरह होगी…

(1) 19 अप्रैल रात डेढ़ बजे नमकमंडी में अंतू भाया की चाकुओं से गौद कर निर्मम हत्या…

(2)नगर निगम के कर्मचारी नितिन परमार पर केडी गेट पर 24 अप्रैल को चाकुओं से हमला…

(3)तिरुपति धाम में दीपक उंटवानी पर 25 अप्रैल को चाकुओं से हमला…

(4)26 अप्रैल हरिफाटक ओवरब्रिज के पास ऑटो चालक अनिल सोलंकी को चाकू मारे…

(5)रेलवे स्टेशन के ऑटो स्टैंड पर आरक्षक सुमित जाटवा को 30 अप्रैल को चाकू पिनाए….

(6)30 अप्रैल को ही बदमाशों ने पंवासा में पत्थर बरसा कर गाड़ियों के कांच फोड़े दहशतगर्दी फैलाई….

(7)उन्हेल टोल नाके पर गुंडों ने भाईगिरी दिखाते हुए तोड़फोड़ की ये 2 मई की वारदात थी।

(8) 2 मई की रात को ही हरि फाटक ओवरब्रिज के समीप विद्यापति नगर निवासी नितेश पांडे और राहुल शर्मा पर प्राणघातक हमला चाकुओं और डंडे से….गम्भीर घायल नितेश इंदौर में उपचाररत….

(9) 3 मई को भाजपा नेता उमेश सेंगर और शानू टांक का संघर्ष…हालांकि इस मामले में चाकूबाजी फ़र्जी निकल कर आई है…

(10) 4 मई को दिन दहाड़े सरे बाज़ार राजू द्रोणावत की गोली मार कर हत्या…

ऐसे कई मामले विभन्न थानों तक और भी पहुँचे हैं….अब देखना ये है कि आतंक और दहशतगर्दी फैलाने वालों पर पुलिस के फ्लैग मार्च और एक्शन का आख़िर कोई प्रभाव पड़ता भी है या यूं ही ये शांत शहर क्राइम के आगोश में जाता रहता है….हालांकि आईजी साब भी अब एक्शन के मूड में दिख रहे हैं तो कुछ तो होगा

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