शेख आसिफ Sj न्यूज एमपी
बुरहानपुर। पूर्व मंत्री एवं भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी) ने कहा कि उद्यानिकी फसलों का बीमा हम सब के लिए निश्चित तौर पर चिंता का विषय है। यह गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जी के नेतृत्व में 1 लाख रुपए तक का फसल मुआवजा मिल रहा है। किंतु उद्यानिकी फसलों का बीमा नहीं होने से प्राकृतिक आपदा के समय किसानों को सहायता दिलवाने में दिक्कत होती रही हैं। मुख्यमंत्री जी से भेंट करने के पश्चात उनके अधिकारियों को निर्देशानुसार पिछले दो दिनों से भोपाल में रहकर इस विषय हेतु प्रयासरत रही। अब उद्यानिकी फसलों का बीमा करने हेतु टेंडर हो चुके है। उद्यानिकी फसलों का मौसम आधारित बीमा शीघ्र ही करवाए जाएंगे।पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने भोपाल प्रवास के दौरान खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्यानिकी विभाग के अपर मुख्य सचिव जे.एन.कंसोटिया से भेंट कर फसल बीमा के संबंध मंे विस्तृत चर्चा की। श्रीमती चिटनिस ने उद्यानिकी विभाग के प्रमुख सचिव से बैठकर अद्यतन स्थिति जानने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण प्रदेश को 5 एग्रो क्लाईमेटिक झोन में बांटकर टेंडर हुए है। पूर्व में वर्ष 2021 में फसल बीमा को लेकर 6 बार टेंडर करने के बावजूद कंपनियों द्वारा आवेदन नहीं किए गए थे। प्रशंसा का विषय है कि इस बार आवेदन प्राप्त हो गए है। जो रेट आए हैं उनका औसत निकाले तो 25 प्रतिशत के लगभग ही आता है। व्यय कुछ अधिक भी हुआ तो आप की किसानों के प्रति संवेदना के चलते मुख्यमंत्री जी प्रक्रिया को पूर्ण करा बीमें की कार्यवाही को पूर्णता प्रदान करने हेतु संबंधित अधिकारियों के साथ विस्तृत चर्चा कर विषलेक्षण किया। अब अतिशीघ्र संबंधित अधिकारी मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान जी को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मौसम बहुत ही विचित्र हो रहा है, फिर भगवान न करें पता नहीं कब आपदा की स्थिति बन पड़े। इसके पूर्व श्रीमती चिटनिस ने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान से मुलाकात कर उन्हें पूरी स्थिति बताई और सर्वे कराकर प्रभावित किसानों को राहत उपलब्ध कराने का अनुरोध किया था। मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजस्व विभाग ने निर्देश दिए है कि संयुक्त सर्वे दल बनाकर प्राथमिकता के आधार पर क्षति का आंकलन कराकर प्रतिवेदन भेजा जाए ताकि प्रभावित किसानों को राहत उपलब्ध कराई जा सके।पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि दिनांक 28-04-2023 को बुरहानपुर में आंधी-तूफान, ओलावृष्टि और बारिश ने अकहनीय तबाही कर दी है। खेत में फसल बिछ गई। किसानों को बड़ा नुकसान हुआ है। लगभग 2500 हेक्टेयर केले की फसल अर्थात् लगभग 1 करोड़ 8 लाख 75 हजार पौधे नष्ट हो गए है। कुछ खेतों में तो तैयार केला एवं प्याज की फसल थी जो आगामी 10-15 दिन में कटने को तैयार थी। उन्होंने कहा कि औसतन 1 हजार के भाव से आंकलन भी करें तो 1500 करोड़ का कम से कम आर्थिक नुकसान हुआ है।पूर्व मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने कहा कि मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में मध्यप्रदेश सरकार केला उत्पादक किसानों को आरबीसी 6-4 और उद्यानिकी फसल बीमा द्वारा सहायता दिलाने हेतु प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 में कैबिनेट में दो महत्वपूर्ण निर्णय आरबीसी 6-4 के अंतर्गत एक लाख रूपए प्रति हेक्टेयर का मुआवजा तथा केला कृषकों के मुआवजे के लिए आरबीसी 6-4 का केप बढ़ाकर 3 लाख रूपए प्रति कृषक बढ़ाया जाना, किए गए थे। इन दोनों निर्णय के चलते किसान को आज कुछ सहारा है। नुकसान का फसल बीमा द्वारा ही बेहतर भरपायी हो सकती है।
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