नर्मदा परिक्रमा वासियों की सेवार्थ 51 पलंग दान दिए ,सुनील जायसवाल ने आभार माना
पुण्य सलिला मां नर्मदा के उत्तर तट पर स्थित बाकानेर का श्री खेड़ापति हनुमान जी मंदिर सिद्ध क्षेत्र होकर मंदिर समिति के सेवादारों की सेवा भावना के लिए प्रसिद्ध है
यहां प्रतिवर्ष प्रतिदिन सैकड़ों नर्मदा परिक्रमा वासी आकर विश्राम करते है जिनके ठहराने और भोजन की उत्तम व्यवस्था मंदिर समिति द्वारा निशुल्क की जाती है मंदिर समिति के सदस्य तन मन धन से परिक्रमा वासियों के सेवा करते है। मंदिर समिति और दान दाताओं द्वारा किए गए दान से परिक्रमा वासियों की सेवा हेतु समिति के सदस्यों द्वारा स्वयं भोजन तैयार किया जाता है। परिक्रमा वासियों की सेवार्थ ग्राम वासियों, सामाजिक संगठनों, एवं महिला मंडलों द्वारा समय समय पर आवश्यक वस्तुओं का दान किया जाता है, इसी कड़ी मे हाल ही मे समाज सेवी सुनील जायसवाल द्वारा बुजुर्ग परिक्रमा वासियों के भोजन हेतु बैठक मे परेशानी के देखते हुए टेबल कुर्सी की व्यवस्था की गई है इनके द्वारा प्रतिवर्ष हनुमान जन्मोत्सव पर हवन, पूजन एवं विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है
श्री जायसवाल ने बताया की परिक्रमा वासियों के विश्राम हेतु पलंग की कमी को देखते हुए उनके छोटे से आग्रह पर ग्राम वासियों ने लगभग 2000 रुपए मूल्य के 51 पलंग दान किए है जिनमे पूरब काला,दुर्गेश कानूनगो + राकेश वर्मा तथा राधेश्याम कुशवाह द्वारा 5-5 पलंग, धनसिंह जी ठाकुर, प्रताप सिंह वास्केल और मनोज रावत द्वारा 3 -3 पलंग, मुकेश पागनीस, नंदू भाई पाटीदार, देवेंद्र सिंह सोलंकी, प्रकाश जी पंजाबी, धर्मेंद्र जाधव, संजय विनोद चौहान द्वारा 2-2 पलंग, तेजालाल पंवार, गोरेलाल शुक्ला जी, भोलूराम सेन जी, मन्ना वर्मा, स्व बंशी देवी पागनिस, महेंद्र जी चंदोरे, मनीष शास्त्री,कमलेश डालके, चेतन शर्मा, राधेश्याम पाटीदार, एवं श्री मति लीला बाई वैष्णव द्वारा 1-1 पलंग तथा 5 पलंग गुप्त दान में प्राप्त हुए है
श्री जायसवाल ने कहा की नर्मदा परिक्रमा वासियों के प्रति बाकानेर वासियों का सेवा भाव देखने को मिला, हम उनके लिए नतमस्तक है आपके सहयोग से आज दूर दूर तक बाकानेर का नाम लिए जाता है श्री जायसवाल ने सभी दान दाताओं का आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया है
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