जिंदगी के सफर में गुजर जाते हैं जो मुक़ा वो फिर नहीं आते जाने कौन सा देश जहां तुम चले गए
मनावर प्रथम बरसी पर कब्रगाह मुबारक (शांति वन) जाकर परिवार जनों और समाज जनों ,दोस्तो और मनावर के कांग्रेसी नेताओं ने जाकर उनकी आत्मा शांति के लिए दुआएं मांगी सलीम बादशाह नाम से प्रख्यात कांग्रेस के दिग्गज नेता व मनावर के मधुभाशीय होकर जन सेवा ही सर्वोपरि जिनका पूरे जीवन भर गंगा जमना तहजीब के साथ सभी समाज में लोकप्रिय रहे सलीम बादशाह की प्रथम पुण्यतिथि पर उनकी कब्रगाह मुबारक (शांति वन )पर जाकर दरुद फातिया पढ़कर उनकी आत्मा को शांति के लिए दुआएं मांगी. उनकी बातें उनकी यादें और उनके किए गए कार्य हमारे लिए प्रेरणा स्रोत रहेंगे हमारे दिल दिमाग में उनका आज भी वही मुकाम है. न जाने कोनसा देश जहां तुम चले गए।
कब्रकाह जाकर नगर कांग्रेस अध्यक्ष ओम सोलंकी, जर्मन पंजाबी बाकानेर, उमेश गोयल, बसन्त जख़्मी, सादिक मंसूरी, योगेश जख़्मी, इकबाल मंसूरी, सिराज मंसूरी, सय्यद रिजवान अली बाकानेर, आदि और परिवारजन उपस्थित थे।
Leave a Reply