जबलपुर, शिवराज का इन्तजार करती रहीं लाड़ली बहनें, तेज आंधी तूफान के कारण निरस्त हुआ सीएम का कार्यक्रम जमकर हुई नारेबाजी मायूस लौटी बहने…!!

मोहन शर्मा Sj न्यूज एमपी

अचानक मौसम में आए बदलाव की वजह से मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का कार्यक्रम निरस्त करना पड़ गया। तेज हवा, अंधड़ और बूंदाबांदी के बीच किसी भी अप्रिय घटना को रोकने प्रशासन ने समय रहते पंडाल खाली करवा लिया। गैरीसन ग्राउंड जबलपुर में सीएम शिवराज सिंह चौहान का लाड़ली बहनों से संवाद कार्यक्रम आयोजित रहा। इस कार्यक्रम के मद्देनजर पंडाल तकरीबन भर चुका था और सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एम्पायर टाकीज चौराहे से आयोजन स्थल की ओर अग्रसर रहीं। इसी बीच अचानक तेज हवाएं चलने लगीं। कुछ ही देर में हवाओं ने अंधड़ का रूप ले लिया। पंडाल में लगे परदे फटने लगे। बूंदाबांदी भी होने लगी। जिसकी वजह से वहां मौजूद महिलाएं भी पंडाल से बाहर की ओर निकलने लगीं। कुछ मिनटों में ही पंडाल खाली हो गया। इस बीच प्रशासन की ओर से महिलाओं को अपने-अपने वाहनों की ओर प्रस्थान करने के लिए कह दिया गया। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना महासम्मेलन के जिस कार्यक्रम की तैयारी में जबलपुर जिला प्रशासन एक सप्ताह से लगा हुआ था, उस कार्यक्रम को खराब मौसम के कारण निरस्त करना पड़ा, लिहाजा लाड़ली बहना महासम्मेलन में ना ही मुख्यमंत्री आए और ना ही लाडली बहना अपने भैया शिवराज सिंह चौहान से मिल पाई, और बिना मिलें मायूस लौट गई।बताया गया है कि गैरीसन ग्राउंड में आयोजित लाडली बहना कार्यक्रम में जिले भर से महिलाएं आईं हुईं थी, जिन्होने पंडाल में अपनी अपनी जगह ले ली थी. सीएम शिवराजसिंह चौहान के आने का इंतजार किया जा रहा था, गुरुवार की दोपहर ढाई बजे के लगभग तेज हवाओं के साथ आंधी चली, जिससे पंडाल के चारों ओर लगे पर्दे हवा से फट गए, पंडाल में बैठी महिलाओं में अफरातफरी मच गई. इसके बाद भी महिलाएं बैठी रही, लेकिन तेज आंधी व तूफान के चलते बूंदाबांदी शुरु हुई तो महिलाएं भी उठकर अपने गंतव्य को रवाना हो गई. सीएम सिवनी से हैलीकाप्टर द्वारा जबलपुर 3.30 बजे के लगभग आने वाले थे, मौसम खराब होने के कारण सीएम का यह कार्यक्रम निरस्त हो गया. वे यहां पर लाडली बहना कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही संवाद भी करने वाले थे।यहां महिलाएं करती रहीं प्रदर्शनकई महिलाएं गांधी लाइबेरी में प्रदर्शन कर रही थीं। बोलीं मुख्यमंत्री शिवराज सिं‍ह चौहान पहले बहन बनाते हैं फिर शोषण करते हैं। बड़ी संख्या में महिला और पुलिस बल मौजूद रहा। वहीं पुलिस द्वारा गांधी लाइब्रेरी के प्रवेश द्वार को बंद कर दिया गया। महिलाओं की मांग है कि वह मुख्यमंत्री को ज्ञापन देकर अपनी मांग उन तक पहुंचाना चाहती हैं, पर पुलिस उन तक नहीं पहुंचने दे रही है। मुख्यमंत्री के खिलाफ नारे लगाती रहीं ।

About Author

Categories: ,

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!