नरेन्द्र राय ब्यूरो चीफ रायसेन
रायसेन में 21 दिन में 7 बार बदला मौसम:तेज आंधी के साथ बारिश ओलों ने बर्बाद की खेतों में खड़ी फसल, किसान बोले 70% हुआ नुकसान राहत राशि दिलाने किसान संगठनों ने उठाई आवाज
एंकर रायसेन।रायसेन जिले में बीते 2 सप्ताह के दौरान 7 मर्तबा मौसम करवट ले चुका है।जिसके कारण बेमौसम बारिश और भारी ओला वृष्टी का दौर रुक रुक कर जारी है। तेज आंधी के साथ हो रही बेमौसम बारिश के साथ ओलावृष्टि भी लगातार हो रही है। जिसका प्रभाव सीधे-सीधे रवि सीजन की प्रमुख फसल गेहूं और चने मसूर पर पड़ रहा है।
आंधी बारिश और ओलावृष्टि के कारण रायसेन जिले में हजारों हेक्टेयर में गेहूं और चने की फसल खराब हो गई। शासन बार-बार कह रहा है कि सर्वे कराकर किसानों को राहत राशि दी जाएगी ।लेकिन अभी तक जिले में किसानों के खेतों तक अफसरों पटवारियों के कदम नहीं पहुंचे हैं ।जिसके कारण किसान काफी चिंतित हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार रायसेन जिले में इस साल मौसम लगातार रंग बदल रहा है जनवरी माह में जहां कड़ाके की सर्दी का एहसास लोगों को हुआ और 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के दिन बसंत पंचमी पर घना कोहरा और न्यूनतम तापमान 3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड हुआ।
वही फरवरी माह शुरू होते ही गर्मी का दौर शुरू हो गया और अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा।लेकिन मार्च माह की शुरुआत के साथ ही मौसम करवट लेना आरंभ कर चुका था और अभी तक 7 मर्तबा मौसम परिवर्तित हो चुका है। जिसके कारण रायसेन जिले में अभी तक इस साल जितने माह उतने मौसम के रंग देखने को मिल रहे हैं।
बताया गया है कि इस साल खेतों में गेहूं और चने की फसल फरवरी माह के अंत तक ऐसी लहरा रही थी, जिसे देख किसानों के चेहरे पर खुशी साफ दिख रही थी ।लेकिन मार्च माह शुरू होते ही मौसम के बार-बार परिवर्तन, तेज आंधी, रुक-रुक कर हो रही बरसात और आंधी के साथ ओलावृष्टि ने किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खींच दी है।क्योंकि तेज हवा बारिश और ओलों की मार से गेहूं चने की खड़ी फसल वाली हो गई है।
किसान महेंद्र राजेन्द्र ब यादव कहते हैं कि मौसम की मार के कारण फसलों को 70% से अधिक नुकसान हुआ है। एक अन्य किसान जहूर खान ने बताया कि उनके खेत में भी गेहूं चने बकी फसल को भारी नुकसान पहुंचा है।
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