शिक्षक बनकर कलेक्‍टर ने छात्र-छात्राओं को पढ़ाया भौतिक विज्ञान,कलेक्‍टर ने परखी बच्‍चों बौद्धिक क्षमता,कई प्रश्‍नों को हल करने बताया

नीरज दांगी अशोकनगर की खबर

शिक्षक बनकर कलेक्‍टर ने छात्र-छात्राओं को पढ़ाया भौतिक विज्ञान,कलेक्‍टर ने परखी बच्‍चों बौद्धिक क्षमता,कई प्रश्‍नों को हल करने बताया

शासन के निर्देशानुसार जिले में 18 से 20 जून 2024 तक ”स्‍कूल चलें हम” अभियान का कार्यक्रम आयोजित किया गया। अंतिम दिवस 20 जून 2024 को ”भविष्‍य से भेंट” कार्यक्रम के तहत कलेक्‍टर श्री सुभाष कुमार द्विवेदी द्वारा गुरूवार को जिला मुख्‍यालय के पछाडीखेडा रोड स्थित शासकीय उच्‍चतर माध्‍यमिक विद्यालय क्रमांक 01 अशोकनगर में पहुंचे एवं शिक्षक बनकर एक घंटें का पीरियड़ लेकर छात्र-छात्राओं को भौतिक विज्ञान विषय को पढ़ाया। इस दौरान उन्‍होंने कक्षा में उपस्थित 09वीं से लेकर 12वीं तक के छात्र-छात्राओं के बौद्विक क्षमता को परखा।

कलेक्‍टर श्री द्विवेदी ने कक्षा में पहुंचते ही बच्‍चों का परिचय प्राप्‍त किया। साथ ही साईकिल क्रय के लिए प्राप्‍त होने वाली राशि के बारे में बच्‍चों से जानकारी ली। इस दौरान उन्‍होंने छात्र-छात्राओं से भौतिक विज्ञान से संबंधित बेसिक प्रश्‍नों को पूछा। उन्‍होंने पूछा कि सूरज सुबह एवं शाम के समय लाल क्‍यों दिखाई देता है। इस कलेक्‍टर ने बच्‍चों को बताया कि सूरज की किरणों को धरती तक पहुंचने में ज्यादा दूरी तय करनी पड़ती है।

लाल रंग की वेवलेंथ सबसे ज्यादा जबकि प्रकीर्णन सबसे कम होती है. ऐसे में सूर्योदय और सूर्यास्त के वक्त आंखों में पहुंचने वाले प्रकाश में ज्यादा तीव्रता लाल रंग की होती है। उन्‍होंने बच्‍चों से पूछा कि प्रकाश कितने रंगो से मिलकर बना है। बच्‍चों द्वारा बताया गया कि प्रकाश सात रंगो से मिलकर बना है। इस दौरान कलेक्‍टर ने बच्‍चों को रंगो के क्रम के बारे में जानकारी दी। सिग्‍नल में लाल रंग क्‍यो होता है। कलेक्‍टर ने बताया कि लाल रंग की तरंगदैर्घ्य सबसे लंबी होती है। लाल रंग का प्रकीर्णन कम होगा। जिससे सभी रंगों में इसकी तरंगदैर्घ्य उच्च होती है। आसमान नीला क्‍यों दिखाई देता है। कलेक्‍टर ने बताया कि नीला रंग अधिक प्रकीर्णित होता है। इसलिए आकाश नीला दिखाई देता है। नीले रंग के अधिक प्रकीर्णन का कारण यह है कि नीले प्रकाश की तरंग दैर्ध्य अन्य प्रकाश की तुलना में कम होती है। नीला प्रकाश पृथ्वी के वायुमंडल में हवा के छोटे अणुओं द्वारा सभी दिशाओं में प्रकीर्णित होता है। इसी कारण आकाश नीला दिखाई देता है।

इस दौरान कलेक्‍टर ने बच्‍चों से गुरूत्‍वाकर्षण,न्‍यूटन,आवृति तरंगदैर्ध्‍य,जी का बिमीय सूत्र,एफ का बीमीय सूत्र के संबंध में बच्‍चों से पूछा। साथ ही कलेक्‍टर ने बोर्ड पर प्रश्‍नों को हल करने छात्र-छात्राओं को विस्‍तार से पढ़ाया।कलेक्‍टर ने बच्‍चों से कहा कि रटने की अपेक्षा ध्‍यानपूर्वक पढ़ें और पढाई को बेस मजबूत होगा। जिससे भविष्‍य के लिए आगे काम आयेगा।

छात्र-छात्राओं को किया पुरूष्‍कृत

कलेक्‍टर श्री सुभाष कुमार द्विवेदी द्वारा उपस्थित बच्‍चों से भौतिक विज्ञान से संबंधित प्रश्‍नों को पूछा गया था। बच्‍चों द्वारा सही उत्‍तर दिये जाने पर पेन एवं रजिस्‍टर देकर पुरूस्‍कृत किया गया।

इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी श्री नीरज शुक्‍ला,डीपीसी श्री राहुल शर्मा,एपीसी श्री महेन्‍द्र जैन,प्राचार्य श्री राकेश यादव सहित स्‍कूली स्‍टॉफ उपस्थित रहा।

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