छिंदवाड़ा जिले में कांग्रेस का गढ़ ढहेगा या फिर खिलेगा कमल का फूल देश की राजनीति में लोकसभा चुनाव के आज परिणाम आने वाले हैं। छिंदवाड़ा में लगभग 45 वर्षों से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और उनकी पत्नी और उनके पुत्र नकुलनाथ सांसद रहें हैं।पूर्व में कमलनाथ जिले के सांसद रहते हुए उद्योग मंत्री का सफर तय कर प्रदेश के मुख्यमंत्री तक का सफर तय कर चुके हैं। 5 वर्षों से उनके पुत्र नकुल नाथ ने जिले के सांसद बनकर कमान संभाल रखी थी। किंतु इस बार कांग्रेस से यह सीट जाती दिख रही है। इस बार भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व और भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत शायद रंग ला सकती है। इस बार दोनों राजनीतिक दलों की विचारधारा एवं जिले के विकास के लिए लोगों ने अपना मत प्रयोग किया है वहीं कांग्रेस के नकुलनाथ बाहरी प्रत्याशी ही गए हैं और भाजपा के विवेक बंटी साहू को अपने जिले का बेटा अपने माटी का लाल बताया गया है इस तरह भाजपा को बढ़त मिल सकती है। पूर्व में भी पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी के साथ विवेक बंटी साहू जिले में विधानसभा का चुनाव लड़ चुके हैं किंतु उस समय हार का सामना करना पड़ा था ।भाजपा ने विवेक बंटी साहू पर भरोसा करते हुए इस बार लोकसभा का चुनाव लड़ाया है।और लोगों में काफी उत्साह भी दिखाई दिया है । वही कांग्रेस के कई नेताओं ने कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन भी थामा और देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजना से प्रभावित होकर इस बार लोगों ने भाजपा को अपना मत दिया है वहीं छिंदवाड़ा जिले को कांग्रेस के गढ़ के नाम से जाना जाता हैं। इस बार भी कांग्रेस प्रत्याशी नकुल नाथ ने अपना बखूबी दमखा एम के साथ चुनाव मैदान में डटे रहे हैं।अब देखना यह होगा कि जिले की जनता ने क्या कांग्रेस या भाजपा पर विश्वास जताया है।जिले की जनता द्वारा किया गया मतों का आज परिणाम स्वरूप इन नेताओं का भविष्य तय करेगा। किंतु एग्जिट पोल में कहीं कांग्रेस तो कहीं भाजपा को बढ़त बताया जा रहा है किंतु वास्तविक और जमीनी स्तर पर दोनों राजनीतिक दलों की कार्यकर्ताओं ने कितनी मेहनत की है। और दोनों राजनीतिक दलों की क्या विचारधारा है जिस पर आज परिणाम के अंतिम दिन निर्णय होना है। जिस पर जिले की जनता एवं राजनीतिक नेता एवं कार्यकर्ताओं कहीं मायूसी तो कहीं उत्साह नजर आ रहा है।
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